अंधविश्वास के कारण झारखंड के लातेहार में दो बच्चों की नरबलि

Jharkhand अपराध झारखण्ड

लातेहार से अशोक कुमार की रिपोर्ट

लातेहार: झारखंड में भले ही रघुवर सरकार जागरूकता फैलाने के लाख दावे करें लेकिन झारखंड में अंधविश्वास के कारण मासूम बलि चढ़ रहे हैं। लातेहार के दूरदराज मनिका थाना क्षेत्र में आज ऐसी ही अंधविश्वास की घटना घटी जिससे मानवता का एक बार फिर शर्म से सिर झुक गया है। लातेहार जिले के मनिका थाना क्षेत्र के सेमरहट गांव में आज सुबह दो बच्चों का सिर कटा शव बरामद किया गया। शव की सूचना ग्रामीणों से मिलने के बाद घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने दोनों बच्चों के शव को कब्जे में ले लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।तत्काल पुलिस के अधिकारियों ने एफएसएल की टीम को भी बुलाया गया है। उधर, बच्चे के परिजनों का आरोप है कि अंधविश्वास के चलते बच्चे की बलि दी गई है। मृत बच्चों की पहचान 10 वर्षीय निर्मल उरांव और 6 वर्षीय शीला कुमारी के रूप में हुई है। दोनों अलग-अलग परिवार के हैं। ग्रामीणों ने बताया कि मृत दोनों बच्चे कल बुधवार शाम से ही गायब थे। आज सुबह बालू के ढ़ेर में एक बच्चे का पैर दिखा जिसके बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर जब जांच पड़ताल की तो दोनों बच्चों के रेत के ढेर से बरामद कर लिए गए। उधर, ग्रामीणों ने बच्चे की हत्या का आरोप गांव के ही सुनील उरांव लगाया है। आरोपी सुनील उरांव पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। इस संबंध में पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिये कार्रवाई कर रही है। ग्रामीणों के अनुसार अंधविश्वास या फिर नरबलि को लेकर वारदात को अंजाम दिया गया है। मनिका थाना प्रभारी प्रभाकर मुंडा ने बताया है कि घटना की जांच पड़ताल के लिए मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई है। शव की बरामदगी कर ली गई है। फिलहाल आरोपी के घर का ताला तोड़कर जांच कार्य में पुलिस जुटी हुई है। घटनास्थल पर फिंगरप्रिंट विशेषज्ञों की टीम पहुंची और और एक एक बिंदु पर तहकीकात शुरू कर दी। पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। मजिस्ट्रेट नियुक्ति के बाद ही शव की बरामदगी कर घर का ताला तोड़ कर आगे की कार्रवाई जा रही है।  

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *