

अयोध्या से मृणाल कुमार की रिपोर्टः-
देश के करोड़ों लोगों के आस्था का प्रतीक श्री राम मंदिर का शिलान्यास तो हो गया लेकिन मंदिर निर्माण का कार्य फिलहाल शुरू नहीं हो सकेगा, क्योंकि मंदिर का नक्शा अभी तक पारित नहीं हो सका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन किया, लेकिन मंदिर निर्माण कल से ही शुरू नहीं हो पायेगा। राम मंदिर का अभी इसका नक्शा ही पास नहीं हुआ है। ट्रस्ट के मुताबिक अभी मंदिर का नक्शा अयोध्या विकास प्राधिकरण से पास होना है। इसमें डेढ़ से दो करोड़ रुपए का खर्च आएगा। इसके बाद ही निर्माण का काम शुरू होगा। वहीं, मंदिर के आर्किटेक्ट के अनुसार,, कंस्ट्रक्शन कंपनी एलएनटी ने मिट्टी की टेस्टिंग की है। इसका रिजल्ट आने के बाद तय किया जाएगा कि मंदिर की नींव कितनी गहरी होगी और कब से काम शुरू होगा। ट्रस्ट के अनुसार, अभी यह तय नहीं है कि कितने मजदूर लगेंगे। उन्होंने कहा कि अब तो बड़ी-बड़ी मशीनें आ गई हैं। ज्यादा मशीनें लगेंगी इसके कारण मजदूरों की कम जरूरत पड़ेगी। फिलहाल माना जा रहा है कि कम से कम 100 मजदूरों के साथ मंदिर निर्माण का काम शुरू होगा।
कंस्ट्रक्शन के लिए जो तराशे गए पत्थर हैं, वे यूज होंगे। बाकी सीमेंट वगैरह कहां से आएगी यह एलएंडटी को ही तय करना है। अभी एलएनटी मैनपॉवर का काम भी अलग-अलग ठेकेदारों को देगी। जिसके बाद काम शुरू होगा। एलएंडटी कंपनी ने अभी तक इस बारे में कुछ भी जानकारी नहीं दी है। जब तक एलएनटी उनकी ओर से जवाब नहीं आए तब तक कुछ कहना मुश्किल है। माना जा रहा है कि काम का बंटवारा हो चुका है। ट्रस्ट से हरी झंडी मिलते ही काम शुरू हो जाएगा।
कार्यशाला प्रभारी अन्नू सोमपुरा के मुताबिक, जो पत्थर कार्यशाला में रखे हैं उनसे मंदिर के प्रथम तल का 65ः स्ट्रक्चर खड़ा हो जाएगा। इसमें ज्यादातर पिलर के पत्थर तराशे गए हैं। रामंदिर को लेकर देश वासियों को जल्द ही शुरू होने की खबर मिलेगी ऐसी आशा ट्रस्ट के लोगो ंने जाहिर की हैै।
