
रांची: आज शाम चार बजकर तीस मिनट पर भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जायेगी जिसमें राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास भी रथयात्रा में भगवान के रथ को खींचेंगें। इसके साथ ही पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, हटिया के विधायक नवीन जायसवाल के साथ अन्य राजनीतिज्ञों के साथ साामजिक कार्यकर्ता भी भगवान की रथयात्रा में शामिल होकर पुण्य के भागीदार बनेंगे। 15 दिनों के एकांतवास के बाद बुधवार को भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र ने बुधवार को भक्तों को दर्शन दिए। गुरुवार शाम 4ः 30 बजे से भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाएगी। सुबह से ही भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ जुटी रही। भक्तों की भीड़ को देखते हुए पुलिस और प्रशासन की ओर से सुरक्षा के तमाम बंदोबस्त किए गए हैं। इससे पहले वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मंदिर के गर्भगृह से बाहर आने के बाद बुधवार को प्रभु का नेत्रदान हुआ। फिर भगवान शृंगार कक्ष से बाहर दर्शन मंडप में विराजे। शाम में पट खुला और और प्रभु अपने भक्तों के लिए सर्वसुलभ हो गए। भगवान जगन्नाथ की इस रथ पर ये आखिरी सवारी होगी। मंदिर के मुख्य पुजारी ब्रजभूषण नाथ मिश्र ने बताया कि अगले वर्ष भगवान नए रथ से मौसीबाड़ी जाएंगे। इस रथ को 2007 में बनाया गया था। न्यास समिति ने नए रथ बनाने का फैसला लिया है। 12 जुलाई को भगवान मौसीबाड़ी से मुख्य मंदिर लौटेंगे।
राजधानी रांची के जिला प्रशासन ने मेले को लेकर तैयारियां पूरी कर ली हैं। एसएसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि मेले में करीब 700 पुलिस बल जिसमें रैपिड एक्शन पुलिस (रैप), क्यूआरटी, शक्ति कमांडो, होम गार्ड और ट्रैफिक पुलिस तैनात रहेगी। दो ड्रोन और 48 सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जाएगी। मंदिर के समीप राजकीय मध्य विद्यालय जगन्नाथपुर में सिटी कंट्रोल रूम बनाया गया है। बिछड़े बच्चों को परिजनों से मिलाने के लिए खोया-पाया केंद्र बनाया गया है। छेड़छाड़ रोकने के लिए सादे लिबास में शक्ति मोबाइल की महिला जवान रहेंगी। दमकल भी रहेंगे। मेला के लिए 21 मजिस्ट्रेट की भी तैनाती की गई है। नौ स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है। भगवान जगन्नाथ के विश्व प्रसिद्ध रथ मेला की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। ओड़िशा के पुरी के अलावा झारखंड की राजधानी रांची और खरसावां में भी भगवान जगन्नाथ, बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा रथ में सवार होकर भक्तों को दर्शन देने के लिए निकलते हैं. रांची में गुरुवार को शाम चार बजे यह रथ यात्रा शुरू होगी. झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास रथ खींचेंगें. इसके पहले, धुर्वा स्थित जगन्नाथपुर में भगवान जगन्नाथ की पूजा-अर्चना सुबह पांच बजे से शुरू हो गयी.
सुबह चार बजे भगवान को भोग लगाया गया। इसके बाद पांच बजे से मंदिर के कपाट सबके लिए खोल दिये गये. भगवान जगन्नाथ के दर्शन शुरू हो गये. भक्त अपराह्न 2 बजे तक अपने इष्ट देव के दर्शन कर सकेंगे. इसके बाद तीनों विग्रहों को रथारूढ़ किया जायेगा. रथ पर ही तीनों विग्रहों का शृंगार किया जायेगा. इसके बाद पूजा-अर्चना होगी और रथ यात्रा शुरू होने से पहले भगवान के सहस्रनाम का जाप किया जायेगा. इसके बाद भगवान का रथ मौसीबाड़ी के लिए रवाना होगा।
ज्ञात हो कि एक पखवाड़ा तक गर्भगृह में रहने के बाद बुधवार को भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा तथा भाई बलराम का वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ नेत्रदान हुआ था. इसके बाद भगवान के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. जय-जय जगन्नाथ से मंदिर परिसर गूंजायमान हो गया.
