
नई दिल्लीः केंद्र की एनडीए सरकार ने बजट के जरिए विभिन्न वर्ग लोगों का ध्यान रखा है लेकिन पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी से गरीब लोगों की इच्छाओं पर पानी फिर गया है। भारी बहुमत से दूसरी बार सत्ता में आई मोदी सरकार ने शुक्रवार को बजट पेश किया. बजट में राजकोषीय मजबूती पर जोर देने के लिए सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर कर बढ़ा दिया. अब बजट पेश होने के एक दिन बाद इसका रिएक्शन आना शुरू हो गया है। शनिवार को पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी देखने को मिली. दिल्ली मे शनिवार को पेट्रोल की कीमतों मे 2.45 रुपये की बढ़ोतरी देखने को मिली. इस बढ़ोतरी के साथ दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें अब 72.96 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं। वहीं, दिल्ली में डीजल की कीमतों में भी 2.36 रुपये का इजाफा देखने को मिला. अब डीजल की कीमतें 66.69 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं।
ये बढ़ोतरी लोगों की जेबों पर सीधा असर डालेगी। वहीं मुंबई में पेट्रोल 78.57 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है तो कोलकाता में इसकी कीमत 75.15 रुपये प्रति लीटर हो गई है. बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा शुक्रवार को पेश किए गए बजट में पेट्रोल और डीजल पर सेस और एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई गई है। पेट्रोल और डीजल पर 1 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से सेस लगाया गया है। इसके साथ ही 1 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई गई है। पेट्रोल-डीजल सरकार के लिए आय के सबसे बड़े स्रोतों में से एक होता है.आमतौर पर कच्चे तेल की कीमतें घटने पर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में गिरावट देखने को मिलती है, लेकिन हाल के वर्षों में, सरकार ने वैश्विक कीमतों में गिरावट आने पर भी उत्पाद शुल्क बढ़ाया है, जिससे आम जनता को इसका फायदा नहीं मिल पाता है. बजट पेश करते हुए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि बजट में पेट्रोल और डीजल पर एक-एक रुपये प्रति लीटर विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क तथा सड़क और बुनियादी ढांचा उपकर बढ़ाने का प्रस्ताव किया है. कच्चे तेल के मूल्य कम हुए हैं. इससे पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क और उपकर की समीक्षा करने का मौका मिला है.पेट्रोल, डीजल पर कर के साथ-सथ और सोने पर आयात शुल्क भी बढ़ा दिया गया है लेकिन इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद को प्रोत्साहित करने के लिए वाहन ऋण पर कर छूट का लाभ दिया गया है.
बजट के बारे में शहर के विभिन्न वर्गों के लोगों से मुखर संवाद ने बातचीत की गई। लोगों ने इस पर मिलीजुली प्रतिक्रिया दी है। डॉ. बलराज चैधरी कहते हैं कि केंद्रीय बजट में घर व इलैक्ट्रिक कार सस्ती कर लोगों के घर के सपने को साकार करने का काम किया है, लेकिन पेट्रोल व डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी करके सरकार ने महंगाई के लिए रास्ता खोल दिया है। महंगाई माल भाड़े पर ही निर्भर करती है। युवाओं को स्किल्ड बनाने के लिए की गई घोषणा अच्छा कदम है। वहीं सीराजुद॰ीन के अनुसार केनद्र सरकार के ईंधनों के मूल्य बढ़ाने से आम लोगों के जेब पर डाका है और इस तरह के फैसलों से देश में महंगाई बढ़ेगी।
