आरएसएस के नेताओं और कार्यालयों पर होगा आतंकी हमला, आइईबी ने दिये रिपोर्ट

Jharkhand अपराध उत्तरप्रदेश झारखण्ड देश बिहार

नयी दिल्ली से प्रियंका यादव की रिपोर्टः-
नयी दिल्लीः आरएसएस के बड़े नेताअेां और उनके कार्यालयों पर आतंकी हमला हो सकता है। इसके संकेत आईबी ने अपने खुफिया रिपोर्ट में दी है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता और उनके दफ्तर दुनिया के कई बड़े आतंकी संगठनों के निशाने पर हैं। हमले के लिए आतंकवादी आईईडी या विस्फोटकों से लदी गाड़ी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इंटेलिजेंस ब्यूरो के मुताबिक महाराष्ट्र, पंजाब और राजस्थान और पूर्वोत्तर के राज्यों में इस तरह के हमले का ज्यादा खतरा है। आईबी की तरफ से इस महीने जारी किए गए इनपुट में कहा गया, “वैश्विक आतंकी समूहों से जुड़े अज्ञात लोग आने वाले दिनों में आरएसएस के नेताओं, उनके दफ्तरों और पुलिस स्टेशनों पर हमले की योजना बना रहे हैं। आतंकवादी आईईडी या विस्फोटकों से लदी गाड़ी की मदद से आने वाले दिनों में ऐसे हमले को अंजाम दे सकते हैं।” आईबी ने संबंधित राज्य सरकारों से खतरे को देखते हुए सुरक्षा के कड़ी करने के लिए कहा है। एक उच्च अधिकारी ने दावा किया कि खुफिया अलर्ट के बाद महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और असम में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आरएसएस पदाधिकारियों की सुरक्षा की भी समीक्षा की जा रही है। हाल ही के दिनों में आरएसएस कार्यकर्ताओं पर हमले की कई घटनाएं सामने आई हैं। दिसंबर में बेंगलुरू में नागरिकता संशोधन अधिनियम के समर्थन में रैली में शामिल होने गए आरएसएस कार्यकर्ता पर जानलेवा हमला किया गया था। इस मामले में जनवरी में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने दावा किया था कि मोहम्मद इरफान, सैयद अकबर, सैयद सिद्दीक अकबर, अकबर बाशा, सनाउल्ला शरीफ और सादिक उल-अमीन ने इस तरह के हमलों की बड़ी साजिश रची थी। इसके साथ ही भाजपा के नेताओं ने आरएसएस के नेताओं के सुरक्षा को लेकर अपनी चिन्ता जाहिर की है। सूत्रों ने दावा किया है कि इसे लेकर सभी राज्य सरकारों को सतर्क कर दिया गया है। साथ ही उन्हें सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने के लिए भी कहा गया है। एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने दावा किया कि महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, यूपी और असम समेत अन्य राज्यों में सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है और पदाधिकारियों की सुरक्षा की भी समीक्षा की जा रही है। आरएसएस कार्यकर्ताओं पर हमले की रिपोर्ट की कई उदाहरण हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *