
मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
रांची:पूरी दुनिया जलवायु परिर्वतन को लेकर बेहद ही चिन्तित है। पूरी दुनिया जलवायु परिर्वत्न को लेकर समाधान की दिशा में प्रयास कर रही है। जलवायु परिवर्तन की दिशा में तकनीक का इस्तेमाल काफी कारगर है । यें बातें सरला बिरला विश्वविद्यालय में आयोजित एक्सपर्ट टॉक के अवसर पर सियूरत टेक्नोलॉजिज, बॉस्टन, अमेरिका के प्रिंसिपल इंजीनियर डॉ. अशोक पटेल ने कही। एआई तकनीक की मदद से जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में हो रहे क्रांतिकारी परिवर्तनों पर भी उन्होंने अपना विचार प्रस्तुत किया। उन्होंने एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग और 3-डी तकनीक को इस दिशा में महत्वपूर्ण करार दिया। इससे कार्बन उत्सर्जन में होनेवाली कमी पर भी उन्होंने उपस्थित श्रोताओं को जानकारी दी।
एडु मार्केटिंग मैथवर्क्स, बॉस्टन, अमेरिका से आयीं श्रीमती नंदिनी सेन ने मैथवर्क्स के विषय में जानकारी देते हुए इसके तकनीकी टूल और क्लीन एनर्जी, रोबोटिक्स और एयरक्राफ्ट में इसके एप्लीकेशन के विषय में विस्तार से जानकारी दी। साथ की इसके ऐप को डाउनलोड कर इसके इस्तेमाल से विद्यार्थियों और शिक्षकों को रिसर्च तथा प्रोजेक्ट में होनेवाले फायदों का भी जिक्र किया।
कार्यक्रम के अवसर पर विश्वविद्यालय के महानिदेशक प्रो. गोपाल पाठक ने कार्बन उत्सर्जन कम करने से संबंधित प्रश्न पूछे। उन्होंने उम्मीद व्यक्त किया कि आनेवाले समय में विवि के शोधकर्ताओं को विशेषज्ञ परामर्श के माध्यम से कई तरह के फायदे हासिल होंगे। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद भाषण देते हुए विवि के प्रभारी कुलपति एस. बी. डांडीन ने इस रिसर्च टॉक की सराहना करते हुए जलवायु परिवर्तन की दिशा में वैश्विक भूमिका और रिसर्च को महत्वपूर्ण बताया। स्वागत भाषण डॉ. वीएनएल दुर्गा ने दिया। इस अवसर पर बीआईटी, मेसरा के डीन (रिसर्च) डॉ. सी. जगन्नाथन, डीन डॉ. नीलिमा पाठक, डीन डॉ. संदीप कुमार, डॉ. आर.एम. झा, डॉ. गौतम तांती, श्री प्रवीण कुमार, श्री हरिबाबू शुक्ला समेत विवि के अन्यान्य शिक्षकगण एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे।
विश्वविद्यालय के प्रतिकुलाधिपति बिजय कुमार दलान और राज्यसभा सांसद डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा ने इस एक्सपर्ट टॉक के आयोजन पर अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की।
