#WATCH | Bhubaneswar | BJP MLA Mohan Charan Majhi, who is named Odisha CM, meets Odisha Governor Raghubar Das, stakes claim to form the government pic.twitter.com/TFAVrwzF8Z
— ANI (@ANI) June 11, 2024

मुखर संवाद के लिये अमृता नायडू और प्रियंका तिवारी की रिपोर्टः-
भूवनेश्वर/ हैदराबादः आज का दिन बेहद ही महत्वपूर्ण है क्योंकि ओड़िसा और आंध्रप्रदेश के नये मुख्यमंत्री आज शपथ लेंगे। मोहन चरण माझी ओडिशा के नये मुख्यमंत्री होंगे तो वहीं आध्रप्रदेश के नये मुख्यमंत्री चन्द्रबाबू नायडू भी शपथ लेंगे। ओडिशा के नये मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और आध्रप्रदेश के नये मुख्यमंत्री चन्द्रबाबू नायडू के शपथग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मौजूद रहेंगे। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह कल ही हैदराबाद पहुंच चुके हैं।
मोहन चरण माझी को ओडिशा के नये मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायी जायेगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव की मौजूदगी में उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया। इसके अलावा कनक वर्धन सिंह देव और प्रभाती परिदा उपमुख्यमंत्री होंगीं। सभी के नामों की घोषणा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव ने की। केवी देव सिंह ने मुख्यमंत्री पद के लिए मोहन माझी के नाम का प्रस्ताव रखा. सभी विधायकों ने इनके नाम के प्रस्ताव का समर्थन किया। विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद बीजेपी विधायक मोहन चरण माझी ने राज्यपाल रघुवर दास से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया। इस दौरान भाजपा केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह व भूपेंद्र यादव, केंद्रीय मंत्री अश्विणी वैष्णव और धर्मेंद्र प्रधान समेत अन्य नेता भी मौजूद थे । भाजपा ने 147 सदस्यीय ओडिशा विधानसभा में 78 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया है। मुख्यमंत्री का नाम तय करने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव को ऑब्जर्वर बनाया गया था। राजनाथ सिंह ने बैठक के बाद मोहन माझी के नाम की घोषणा की।
नामित मुख्यमंत्री और दो डिप्टी सीएम 12 जून को शपथ लेंगे। बीजेपी ने 12 जून को शपथ ग्रहण समारोह से पहले राज्य की राजधानी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक रोड शो आयोजित करने का प्रस्ताव किया है। राज्य की 21 लोकसभा सीटों में से 20 पर भी भाजपा ने जीत हासिल की है।
ओडिशा के नये मुख्यमंत्री के लिए कुछ अन्य नामों की भी चर्चा हुई थी. जिसमें वरिष्ठ सांसद धर्मेंद्र प्रधान सबसे आगे चल रहे थे, लेकिन केंद्र सरकार में मंत्री नियुक्त किए जाने के बाद उनके नाम पर चर्चा कम हो गई। इसके अलावा ब्रजराजनगर क्षेत्र से विधायक सुरेश पुजारी के नाम भी चर्चा हो रही थी। पुजारी के अलावा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल, केवी सिंह एवं मोहन माझी भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल थे। भाजपा ने ओडिशा की 147 विधानसभा सीट में से 78 पर जीत दर्ज कर बीजद के 24 साल के शासन को समाप्त करते हुए सत्ता हासिल की। वहीं, बीजद को केवल 51 सीट पर ही जीत मिली, जबकि कांग्रेस ने 14 और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने एक सीट जीती और तीन निर्दलीय उम्मीदवार भी विजयी हुए. बीजद राज्य की एक भी लोकसभा सीट नहीं जीत सका, जबकि भाजपा 20 सीट पर और कांग्रेस एक सीट पर विजयी रही. आंकड़ों पर नजर डालें तो बीजद ने 2019 के विधानसभा चुनाव में 113 सीटें, भाजपा ने 23 सीटें और कांग्रेस ने नौ सीटें जीती थीं।
चंद्रबाबू नायडू ने सरकार बनाने का दावा पेश किया है। जिसके बाद राज्यपाल अब्दुल नजीर ने उन्हें शपथ लेने का न्यौता दिया। 12 जून को सुबह 11 बजकर 27 मिनट पर चंद्रबाबू नायडू आंध्र प्रदेश के ब्ड पद की शपथ लेंगे। विधानसभा चुनाव में नायडू की अगुवाई में छक्। अलायंस ने 175 में से 164 सीटें जीती हैं। बता दें नायडू के शपथ ग्रहण में पीएम मोदी शामिल होंगे। पीएम मोदी पहले आंध्र प्रदेश जाएंगे, फिर ओडिशा जाएंगे, जहां वो ओडिशा में पहली बार बन रही बीजेपी सरकार के शपथ ग्रहण में जाएंगे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी विजयवाड़ा में आंध्र प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। आंध्र प्रदेश से तेलंगाना के अलग राज्य बनने के बाद अब तक यहां पर राजधानी को लेकर विवाद चलता रहा है। आंध्र प्रदेश की तीन राजधानियों का जिक्र किया जाता था। लेकिन अब तेलुगु देशम पार्टी के चंद्रबाबू नायडू ने सिर्फ एक राजधानी रखने का ऐलान किया है। टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू को आंध्र प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बहुमत मिला है। ऐसे में अब बुधवार को वह मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे। अपने शपथ ग्रहण समारोह से एक दिन पहले तेलुगु देशम पार्टी के सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू ने घोषणा की कि अमरावती राज्य की एकमात्र राजधानी होगी।
