

रांची से मुखर संवाद के लिये व्यूरो रिपोर्टः-
रांची: राम मंदिर के लिये भाजपा के नेताओं की ओर से आग्रह किया जाता रहा है लेकिन अब राम मंदिर को लेकर कांग्रेस के विधायक प्रदीप यादव मैदान में कूद गये हैं। भाजपा के लिये राम मंदिर के निर्माण को अचूक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है लेकिन अब कांग्रेस के नेता उनसे यह हथियार छीनने के जुगत में लग गयी है। कांग्रेस के विधायक की ओर से राममंदिर निर्माण में भागीदारी की अपील करके भाजपा नेताओं के मन में बेचैनी पैदा कर दी है। पोड़ैयाहाट विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रदीप यादव ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से अनुरोध किया है कि वे भी अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में भागीदार बने। उन्होंने राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र एवं श्री रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास से भी इस मसले पर पत्राचार किया है। उनसे अनुरोध किया है कि श्रीराम मंदिर के शिलान्यास समारोह में देश के सभी मूर्धन्य नेताओं को आमंत्रित करें ताकि पूरे विश्व में देश की एकता, अखंडता एवं धर्मनिरपेक्षता का संदेश जाय। यादव ने कहा है कि पार्टी को आगे बढ़ कर मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह भी करना चाहिए। बेहतर होगा कि इसका नेतृत्व खुद राहुल गांधी करें। झाविमो के टिकट पर प्रदीप यादव पोड़ैयाहाट से विधायक चुने गए गए थे। बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए। उच्चतम न्यायालय के आदेश पर अयोध्या में श्रीराम मंदिर बन रहा है तो वे चाहते हैं कि मंदिर निर्माण में देशवासियों की भागीदारी हो, सभी राजनीतिक दलों की सहभागिता रहे। उन्होंने कांग्र्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, बसपा प्रमुख मायावती, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव, डीएमके अध्यक्ष एम के स्टालिन, आंध्र प्रदेश के सीएम वाई एस जगन रेड्डी, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन से भी इस मसले पर पत्राचार किया है। विधायक ने पत्र में लिखा है कि मंदिर निर्माण में सामूहिक भागीदारी से पूरे विश्व में व्यापक संदेश जाएगा। प्रदीप यादव की ओर से कांग्रेस के राममंदिर में नेतृत्व करने की बात से यह आशा जगी है कि कांग्रेस का हिन्दू वोट बैंक में भी सेंधमारी करने की जुगत होगी जिसके बाद भाजपा की भी परेशानी बढ़ेगी।
