
मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
पटना: बिहार चुनाव के पहले चरण के लिये अब महज 3 दिन बचें हुए है और महागठबंधन के अंदर सीटों का पेंच सुलझ नहीं पाया है। यह संभावना प्रबल हो गयी है कि महागठबंधन के घटक दलों में दावे वाली सीटों की संख्या को लेकर विवाद आज समाप्त हो जाएगा। सीटों की संख्या को लेकर विवाद राजद, कांग्रेस और वाम दलों के बीच था। कांग्रेस 60 के बदले 71 सीटों की मांग पर अड़ी हुई थी, लेकिन वह 60 पर राजी हो गई है। भाकपा माले को 19 सीटें दी गई हैं। उसे 30 सीटें चाहिए। भाकपा और माकपा भी अधिक सीटों की मांग कर रही हैं। विकासशील इंसान पार्टी अभी चुप है। पहले के हिसाब में उसके लिए 18 सीटें रखी गई थीं। वाम दलों की सीटें बढ़ी तो वीआईपी की सीटें कम हो जाएगी।कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने दावा किया कि विवाद के मुद्दे सुलझ गए हैं। उम्मीद करते हैं कि बुधवार को सबकुछ घोषित हो जाएगा।
इससे पहले कांग्रेस की नाराजगी का सम्मान करते हुए राजद ने सोमवार की रात जारी किए गए सिंबल वापस ले लिया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने सोमवार की रात एक दर्जन से अधिक उम्मीदवारों को सिंबल दे दिया था। उम्मीदवारों ने उसे इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म पर जारी कर दिया। कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव से नाराजगी दर्ज कराई। कांग्रेस का कहना था कि अगर घटक दलों के बीच विधानसभा क्षेत्र के अनुसार सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है तो सिंबल कैसे जारी किए गए। देर रात राजद ने नजदीक इलाके के उम्मीदवारों को बुला कर सिंबल वापस ले लिया। दूर के उम्मीदवारों को कहा गया कि वे तुरंत इसे इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म से वापस लें। राजद के अलावा भाकपा माले, भाकपा और माकपा ने भी कुछ उम्मीदवारों को सिंबल बांट दिया है। इनके सिंबल वापस नहीं लिए गए। कांग्रेस और राजद के बीच तनाव चुनाव से पहले मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री का नाम प्रस्तावित करने को लेकर भी था। कांग्रेस का कहना है परिणाम के बाद विधायक दल की बैठक में ही इन पदों पर विचार हो।विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक मुकेश सहनी की इस जिद का भी कांग्रेस बुरा मान रही है कि उन्हें उपमुख्यमंत्री प्रस्तावित किया जाए। दोनों मुद्दे पर राजद सहमत है। मुकेश सहनी अब उपमुख्यमंत्री बनाने की जिद नहीं करेंगे।
