
मुखर संवाद के लिये अशोक कुमार की रिपोर्टः-
रांची: किसान आंदोलन के समर्थन में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी सहित सभी विपक्षी दलों ने 5 दिसंबर को प्रखंड व जिला मुख्यालय में धरना देने का निर्णय लिया है। आगामी 10 दिसंबर को पूरे राज्य में चक्का जाम किया जाएगा। इस आशय की जानकारी पूर्व सांसद एवं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने कही। श्री मेहता पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसानों के आंदोलन के समर्थन में पिछले 2 दिसंबर को रांची में सभी विपक्षी दलों की बैठक हुई, जिसमें आंदोलन के समर्थन में रणनीति की योजना बनाई गई थी। आज हजारीबाग में सीपीआई, सीपीएम, राजद, कांग्रेस, झामुमो सहित सभी विपक्षी दलों की बैठक हुई। बैठक में कल सभी प्रखंडों में धरना देने का निर्णय लिया गया है। साथ ही 10 दिसंबर के चक्का जाम आंदोलन की रणनीति भी बनाई गई। 9 दिसंबर को पूरे राज्य में मशाल जुलूस निकालने की बात कही गई है। कहा गया है कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए किसानों की 3 कानूनों को वापस लेने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए और सरकार तीनों कानूनों को वापस ले।पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसान इन दिनों दिल्ली में केंद्र सरकार के नए कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं। इसके लिए दिल्ली की सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान जमा हुए हैं और वे लगातार धरने पर बैठे हुए हैं।
