कोडरमा की महिला अलकायदा की आतंकी निकली, गुजरात एटीएस ने बंगलूरू से किया गिरफ्तार

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मुखर संवाद के लिये अशोक कुमार की रिपोर्टः-
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रांची / अहमदाबाद: आतंकवाद विरोधी अभियान के तहत, गुजरात एटीएस ने बुधवार को बेंगलुरु से झारखंड की एक 33 वर्षीय महिला को गिरफ्तार किया, जिस पर भारत में अल-कायदा का प्रभाव बढ़ाने में कथित भूमिका निभाने का आरोप है। माना जा रहा है कि आरोपी शमा परवीन, अल-कायदा के सोशल मीडिया प्रचार तंत्र का अभिन्न अंग थी। एटीएस ने बेंगलुरु पुलिस के साथ मिलकर परवीन की पहचान की और उसका पता लगाया। एक संयुक्त टीम ने मनोरायनपाल्या इलाके में परवीन के घर पर छापा मारा और उसे गिरफ्तार कर लिया। परवीन स्नातक की डिग्री प्राप्त है और अपने भाई, जो एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है, के साथ तीन साल से बेंगलुरु में रह रही थी। अल-क़ायदा से कथित संबंधों के आरोप में बेंगलुरु से एक 30 वर्षीय महिला को गिरफ्तार किया गया है। गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते द्वारा गिरफ्तार की गई समा परवीन, भारत में अल-क़ायदा आतंकी मॉड्यूल की कथित मास्टरमाइंड है। परवीन की गिरफ्तारी भारतीय उपमहाद्वीप में अल-क़ायदा से जुड़े चार आतंकवादियों की गिरफ्तारी के कुछ दिन बाद हुई है।

भारत में अल-कायदा मॉड्यूल पर कार्रवाई
10 जून को, गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) के पुलिस उपाधीक्षक हर्ष उपाध्याय को खुफिया जानकारी मिली कि “@sharyat_ya_shahadat”, “@f4rdeen_03”, “@_mujahideen1”, “@mujahideen.3”, और “@sefullah_muja_hid313” जैसे इंस्टाग्राम अकाउंट का इस्तेमाल राष्ट्र-विरोधी और भड़काऊ संदेश फैलाने के लिए किया जा रहा है। इन इंस्टाग्राम अकाउंट्स से प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन अल-कायदा इन द इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) की आतंकवादी सामग्री, वीडियो और विचारधारा साझा की जा रही थी, जिसका कथित उद्देश्य देश के मुस्लिम युवाओं को भड़काना और भारत सरकार के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देना था। एटीएस ने सोशल मीडिया अकाउंट्स के पीछे छिपे लोगों की तलाश के लिए पुलिस अधीक्षक के. सिद्धार्थ के नेतृत्व में एक विशेष जाँच दल बनाया। टीम ने कथित इंस्टाग्राम अकाउंट्स के चार संचालकों – फरदीन शेख (फतेहवाड़ी, अहमदाबाद), सैफुल्लाह कुरैशी (मोडासा, गुजरात), मोहम्मद फैक (चांदनी चौक, दिल्ली) और जीशान अली (नोएडा, उत्तर प्रदेश) की पहचान की और उन्हें 21 और 22 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया।

जाँच के दौरान, फरदीन शेख के पास से आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला AQIS साहित्य और एक तलवार बरामद हुई। उसके मोबाइल फ़ोन से एक वीडियो भी मिला जिसमें वह तलवार लहराते हुए कह रहा था, “बस यही काम था, अब सब पूरा हो गया… अल्लाहु अकबर!” (बस यही काम बाकी था, सब कुछ पूरा नहीं हुआ है)।
चारों के मोबाइल और इंस्टाग्राम अकाउंट पर भड़काऊ वीडियो, सामग्री, धार्मिक हिंसा और आतंकवादी हमलों को प्रोत्साहित करने वाले संदेश और शरिया कानून के समर्थन में पोस्ट पाए गए। मोहम्मद फैक पाकिस्तान के इंस्टाग्राम अकाउंट @gujjar_sab.111 और एम सलाउद्दीन सिद्दीकी 1360 के संपर्क में भी था। चारों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम, 1967 (यूएपीए) और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। चारों आरोपी फिलहाल पुलिस रिमांड पर हैं और उनसे पूछताछ की जा रही है। एटीएस 62 सोशल मीडिया अकाउंट की भी जांच कर रही है।

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