


कोडरमा लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी अन्नपूर्णा देवी एक बार फिर कमल खिलाने की जुगत में लगी है अन्नपूर्णा देवी कोडरमा लोकसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को जहां जमकर चुनौती दे रही है वही लोकसभा चुनाव को त्रिकोणीय बनाने की जुगत में माले के राजकुमार यादव की दिखाई दे रहे हैं ….अन्नपूर्णा देवी को जहां मोदी मैजिक का सहारा है वहीं स्थानीय उम्मीदवार होने का लाभ भी उनको जबरदस्त तरीके से दिखाई दे रहा है …अन्नपूर्णा देवी का सौम्य व्यवहार और मिलनसार छवि जहां मतदाताओं के बीच लोकप्रियता बढ़ा रहा है वहीं भाजपा के बागी बाबूलाल मरांडी को मदद करते हुए दिखाई दे रहे हैं.. बाबूलाल मरांडी को जहां राजद परेशान कर रहा है वहीं राजकुमार यादव को राजद के एक नेता ने समर्थन देकर यादव मतदाताओं में बिखराव पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं ….अभ्रक नगरी कहे जाने वाले कोडरमा लोकसभा क्षेत्र में इस बार का लोकसभा चुनाव काफी रोचक हो गया है इस लोकसभा चुनाव में जहां अन्नपूर्णा देवी को कमल खिलाने की चुनौती है वही बाबूलाल मरांडी का भी राजनीतिक कैरियर दांव पर लगा हुआ है… कई बार चुनाव हार चुके माले के राजकुमार यादव को भी अपनी विश्वसनीयता प्रकार रखने की चुनौती है कोडरमा लोकसभा चुनाव के चुनावी समीकरण को समझने के लिए विधानसभा वार समीकरण समझना जरूरी है ….शुरुआत करते हैं कोडरमा लोकसभा क्षेत्र के कोडरमा विधानसभा क्षेत्र से कोडरमा विधानसभा क्षेत्र में चार बार विधायक रह चुके अन्नपूर्णा देवी इस बार भाजपा से जहां जोर आजमाईश रही है वहीं उनके लिए कोई भाजपाई नया नहीं दिखाई देता है… कोडरमा विधानसभा क्षेत्र के अंदर अन्नपूर्णा देवी को एकतरफा बहुत मिलती हुई दिखाई दे रही है कोडरमा विधानसभा क्षेत्र में बाबूलाल मरांडी जहां मुस्लिम मतदाताओं को लुभा रहे हैं वही वाले प्रत्याशी राजकुमार यादव को काफी कम मतों से ही संतोष करना पड़ेगा ….भाजपा प्रत्याशी अन्नपूर्णा देवी का क्षेत्र में कोई प्रतिद्वंदी नहीं दिखाई देता है इसलिए कोडरमा विधानसभा क्षेत्र अन्नपूर्णा देवी को एकतरफा बढ़त मिलत हुआ दिखाई देता है …कोडरमा के जयनगर इलाके में बाबूलाल मरांडी को वोट मिलता हुआ दिखाई दे रहा है जो पूरी तरह से अल्पसंख्यक मतदाताओं पर निर्भर है… कोडरमा लोकसभा क्षेत्र के इस कोडरमा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के अन्नपूर्णा देवी अन्य उम्मीदवारों से काफी आगे दिखाई देती हैं कारण साफ है उनके प्रतिद्वंदी रही नीरा यादव अब उनके साथ हैं तो वहीं नगरपालिका शालिनी गुप्ता का भी साथ उनको मिलता हुआ दिखाई दे रहा है ….अब चलते हैं बरकट्ठा जहां भाजपा के विधायक जानकी यादव जमकर पसीना बहा रहे हैं जानकी यादव की मेहनत रंग लाती भी दिखाई दे रही है …जानकी यादव की प्रतिष्ठा पूरी तरह से दांव पर लगी हुई है और इसे साबित करने के लिए वह दिन-रात एक करके मेहनत कर रहे हैं इस विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम मतदाताओं का वोट बाबूलाल मरांडी को मिलता हुआ दिखाई दे रहा है लेकिन विधायक जानकी यादव मुस्लिम मतदाताओं के बीच में जाकर भाजपा के लिए वोट मांगने से गुरेज नहीं कर रहे हैं ..मुस्लिम मतदाता जानकी यादव के व्यवहार और उनके पकड़ के कारण भाजपा के और भी खड़े दिखाई देते हैं लेकिन बाबूलाल मरांडी को यहां पर मुस्लिम मतदाताओं का साथ मिलता हुआ दिखाई दे रहा है… विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक अमित यादव अन्नपूर्णा देवी के लिए लगे हुए हैं इस विधानसभा क्षेत्र में भी अन्नपूर्णा देवी का मजबूत प्रतिद्वंद्वी दिखाई नहीं देता…. कारण साफ है पूर्व विधायक और वर्तमान विधायक दोनों जब भाजपा के कमल खिलाने की जुगत में लगे हो तो ऐसे में अन्नपूर्णा को इसका लाभ मिलना तय है अन्नपूर्णा देवी बरकट्ठा विधानसभा क्षेत्र से एकतरफा बढ़त लेती हुई दिखाई दे रहे हैं बरकट्ठा और कोडरमा के विपरीत राजधनवार विधानसभा क्षेत्र का नजारा ही कुछ और है यहां विकास बरकट्ठा और कोडरमा की तरह नहीं दिखाई देता माले की संघर्षशील राजनीति यहां पर मजबूत पैठ में है ….राजधनवार विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के बागियों का बाबूलाल मरांडी को साथ मिलना अन्नपूर्णा देवी को नुकसान पहुंचा सकता है अन्नपूर्णा देवी यहां पूरी तरह से मजबूती में नहीं दिखाई देती बल्कि राजधनवार में माले के प्रत्याशी राजकुमार यादव को लाभ मिलता हुआ दिखाई दे रहा है वहीं मुस्लिम मतों के सहारे बाबूलाल मरांडी भी उनके पीछे पीछे खड़े हैं वहीं प्रगतिशील यादव मतदाताओं के सहारे यहां पर कमल को पानी मिलता हुआ दिखाई दे रहा है.. राजधनवार में कुल मिलाकर कहे तो आमने सामने का जो मुकाबला है वह बाबूलाल मरांडी और राजकुमार यादव के बीच दिखाई देता है तो वही अन्नपूर्णा देवी भी राजधनवार में त्रिकोणीय मुकाबला बनाने का प्रयास कर कमल को मजबूती देने का प्रयास कर रही हैं ….माले का मजबूत गढ़ कहे जाने वाले बगोदर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा भाकपा माले को गंभीर चुनौती प्रस्तुत कर रही है बगोदर विधानसभा क्षेत्र में भाकपा माले और भाजपा के बीच का मुकाबला दिखाई दे रहा है ….विधानसभा क्षेत्र में यादव मतदाता के बीच असमंजस की स्थिति है कि वह राजकुमार यादव की तरफ जाएं या अन्नपूर्णा देवी के कमल को मजबूती प्रदान करें …बगोदर में मुकाबला काफी रोचक होता हुआ दिखाई दे रहा है तो वहीं बाबूलाल मरांडी या तीसरे पायदान पर खड़े दिखाई देते हैं…. बगोदर विधानसभा क्षेत्र में स्वर्गीय महेंद्र सिंह के आदर्शों को फिर से स्थापित करने की भी चुनौती दिखाई देती है महेंद्र सिंह के पुत्र और पूर्व विधायक विनोद सिंह ने यहां माले को मजबूती देने का जिम्मा संभाल रखा है तो वहीं भाजपा के विधायक नागेंद्र महतो के समक्ष हुई अपनी लाज बचाने की चुनौती है नागेंद्र महतो भाजपा के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं …वह जमुआ विधानसभा क्षेत्र में बाबूलाल मरांडी को झारखंड मुक्ति मोर्चा का सहारा मिलता हुआ दिखाई दे रहा है जमुआ के विधायक केदार हाजरा ने भाजपा की स्थिति प्रधानमंत्री दौरे के बाद यहां सुधारी है ….केदार हाजरा के सजातीय फोटो का रुझान यहां पर भाजपा और बाबूलाल के बीच दिखाई दे रहा है जमुआ विधानसभा क्षेत्र में माले के राजकुमार यादव तीसरे पायदान पर खड़े होते हुए दिखाई दे रहे हैं जमुआ में भाजपा की अन्नपूर्णा देवी और बाबूलाल मरांडी के बीच सीधा मुकाबला होता हुआ दिखाई दे रहा है …अब चलते हैं गांडेय विधानसभा क्षेत्र में जहां बाबूलाल मरांडी को मुकाबला देने की चुनौती अन्नपूर्णा देवी के समक्ष है यही एक ऐसा विधानसभा क्षेत्र है जहां बाबूलाल मरांडी स्पष्ट रूप से आदिवासी मतदाताओं के सहारे आगे दिखाई दे रहे हैं आदिवासी मतदाताओं की अधिकता रात के मुकाबले भाजपा के अन्नपूर्णा देवी को कुशवाहा मतों पर भरोसा है ….भाजपा के विधायक जयप्रकाश वर्मा पर कुशवाहा मतों को भाजपा के पक्ष में लाने की जिम्मेवारी दिखाई देती है… इस विधानसभा क्षेत्र में आदिवासी और मुस्लिम मतदाता जहां बाबूलाल मरांडी के पक्ष में दिखाई दे रहे हैं तो वहीं भाजपा के अन्नपूर्णा देवी के पक्ष में कुशवाहा मतदाता और यादव मतदाता साथ खड़े होते हुए दिखाई दे रहे हैं इस विधानसभा क्षेत्र में भाकपा माले मजबूत हैसियत में नहीं दिखाई दे रहा है जिसके कारण मुकाबला बाबूलाल मरांडी और अन्नपूर्णा देवी के बीच होता हुआ दिखाई दे रहा है ….यही एक मात्र विधानसभा क्षेत्र है जहां पर बाबूलाल मरांडी स्पष्ट बहुत मनाते हुए दिखाई दे रहे हैं विधानसभा समीक्षा के बाद यही दिखाई दे रहा है कि कोडरमा और बरकट्ठा जहां अन्नपूर्णा देवी को मजबूती प्रदान कर रहा है वहीं माले के राजकुमार यादव राजधनवार और बगोदर में अपनी मजबूती भाजपा को परेशान करने का माद्दा रखते हैं गांधी विधानसभा क्षेत्र में बाबूलाल मरांडी मजबूती से खड़े हैं तो जमुआ में भाजपा को गंभीर चुनौती प्रस्तुत कर रहे हैं इन सभी विधानसभा क्षेत्रों में बरकट्ठा और कोडरमा अन्नपूर्णा देवी को एकतरफा बढ़त देता हुआ दिखाई दे रहा है जिसे पार पाना बाबूलाल मरांडी और राजकुमार यादव के समक्ष आसान नहीं होगा…. कोडरमा लोकसभा क्षेत्र में जहां यादव मतदाता अन्नपूर्णा देवी और राजकुमार यादव के बीच बैठे हुए हैं वहीं भाजपा काकोर मतदाता भूमिहार समाज भी भाजपा का साथ देता हुआ यहां पर नजर नहीं आ रहा है राजधनवार विधानसभा क्षेत्र में भूमिहार मतदाता जहां बाबूलाल मरांडी के साथ होता हुआ दिखाई दे रहा है वहीं यादव मतदाता भी मालिक की राजकुमार यादव के साथ खड़े होते हुए दिखाई दे रहे हैं यादों मतदाताओं के बीच अन्नपूर्णा देवी स्वर्गीय रमेश यादव के नाम पर खड़े होने का प्रयास कर रही है अन्नपूर्णा देवी की यादव समाज में काफी अच्छी स्थिति होने के कारण इसका लाभ कई विधानसभा क्षेत्रों में अन्नपूर्णा देवी को मिलता हुआ दिखाई दे रहा है ….
कुल मिलाकर कहें तो मुकाबला यहां त्रिकोणीय के बजाय आमने सामने की स्थिति में दिखाई देता है बाबूलाल मरांडी को यदि मुस्लिम मतदाताओं का एकजुट समर्थन मिला तो भाजपा के समक्ष गंभीर चुनौती प्रस्तुत करेंगे अन्यथा वह केवल मुकाबले को त्रिकोणीय बनाएंगे वहीं राजकुमार यादव पिछले लोकसभा चुनाव की तरह यादव और मुस्लिम मतों का ध्रुवीकरण नहीं करते हुए दिखाई दे रहे हैं जिसका नुकसान उनको झेलना पड़ सकता है… अन्नपूर्णा देवी और बाबूलाल मरांडी के बीच यह अस्तित्व की लड़ाई है अब देखना है की अभ्रक नगरी कोडरमा अन्नपूर्णा देवी को नई चमक देता है या बाबूलाल मरांडी के राजनीतिक अस्तित्व को संभालता है?
