मुखर संवाद के लिये ब्यूटी गांगूली की रिपोर्टः-
कोलकाता / रांची:- झारखंड के राजनीतिक गलियारें में काफी हलचल उस समय हो गयी जब कोलकाता से बड़ी खबर आयी। कोलकाता के व्यवसायी को कोलकाता में किया गिरफ्तार लेकिन उसकी आंच झारखंड की राजधानी रांची पहुंच गयी। अवैध खनन में मनी लांड्रिंग के तहत अनुसंधान के दौरान ईडी ने कोलकाता के व्यवसायी अमित अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया है।ईडी के सूत्रों के अनुसार ईडी की एक टीम शुक्रवार की सुबह ही कोलकाता पहुंच गई थी। ईडी के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो अमित अग्रवाल को ईडी ने साल्टलेक स्थित आवास से उठाया है और उसे लेकर रांची रवाना हो गई है। यह वहीं अमित अग्रवाल है, जिसने झारखंड उच्च न्यायालय के अधिवक्ता राजीव कुमार के विरुद्ध कोलकाता के हेयर स्ट्रीट थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी और 50 लाख रुपये के साथ अधिवक्ता को गिरफ्तार करवाया था। उसने अधिवक्ता पर आरोप लगाया था कि उन्होंने एक जनहित याचिका को मैनेज करने के नाम पर एक करोड़ रुपये की मांग की थी, जिसकी पहली किश्त के रूप में 50 लाख रुपये कोलकाता गए थे कि एक जाल बिछाकर अमित अग्रवाल ने उन्हें गिरफ्तार करवाया था। अधिवक्ता राजीव कुमार के मामले में भी ईडी मनी लांड्रिंग के तहत अनुसंधान कर रही है।
झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार कोलकाता में 50 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार हुए थे। इस मामले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी की टीम ने कोलकाता के साल्टलेक निवासी व्यवसायी अमित अग्रवाल को साल्टलेक स्थित आवास से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार करने के बाद उन्हें रांची लाया गया है। हालांकि इसकी आधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि नहीं हो पाई है। मामले में अधिवक्ता राजीव कुमार को रिमांड पर लेकर ईडी की टीम पूछताछ की थी। इस दौरान राजीव कुमार ने ईडी के समक्ष कई खुलासे किये थे। जानकारी के मुताबिक, राजीव कुमार ने ईडी को बताया था कि टेरर फंडिंग के संदिग्ध सोनू अग्रवाल ने उन्हें व्यवसायी अमित अग्रवाल से मिलवाया, लेकिन उन्होंने व्यवसायी से रंगदारी वसूलने से इनकार किया। राजीव कुमार ने रांची में ईडी द्वारा पूछताछ के दौरान यह बात कही।
उन्होंने कहा कि सोनू अग्रवाल ने उन्हें एक केस लड़ने के लिए अमित अग्रवाल का वकील बनने की पेशकश की। जिसके लिए उन्हें उचित भुगतान किया जाएगा। यहां तक कि कोलकाता और रांची के लिए उनके आने-जाने के टिकट की व्यवस्था भी सोनू अग्रवाल ने की थी। सोनू अग्रवाल ने कोलकाता के एयरपोर्ट से राजीव कुमार को लेने के लिए अपने भरोसेमंद स्टाफ को भेजा था। राजीव कुमार ने दावा किया कि 31 जुलाई को वह अपने बेटे और सोनू अग्रवाल के साथ अमित अग्रवाल से मिलने क्वेस्ट मॉल गए थे। उन्होंने ईडी को बताया कि अमित अग्रवाल से मिलने से पहले सोनू अग्रवाल ने उनका हौसला बढ़ाया और कहा ‘ अब तो आपकी लाइफ ही बन जाएगी.’ । उन्होंने अमित अग्रवाल से आमने-सामने मुलाकात की। राजीव कुमार ने कहा कि बैठक खत्म होने के बाद वे चलकर अपनी कार के अंदर बैठ गए। अमित अग्रवाल ने पास आकर हाथ में एक बैग रखा, जिसमें लिखा था कि वह उनके लिए एक छोटा सा तोहफा लेकर आए हैं। इसी दौरान पुलिस आयी और गिरफ्तार कर लिया।
अमित अग्रवाल के गिरफ्ताररी के बाद झारखंड के राजनीतिक गलियारे में काफी गरमाहट आ गयी है। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी अभी तक अमित अग्रवाल को लेकर सत्त के गलियारे में उसकी धमक होने का आरोप लगाते रहे हैं।
