ग्लोबस एजुकेशन फाउंडेशन की ओर से शिक्षा गौरव सम्मान समारोह 2023 का आयोजन, देश की नामी गिरामी शिक्षण संस्थानों ने छात्रों को दी कैरियर की सलाह

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मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
रांची : परीक्षा पास करने के बाद छात्र अपने कैयिर को लेकर हमेशा ही चिन्तित रहते हैं। लेकिन राजधानी रांची में आज ग्लोबस एजुकेशन फाउंडेशन की ओर से आयोजित शिक्षा गौरव सम्मान समारोह के आयोजन में न केवल छात्रों को सम्मानित किया गया बल्कि उन्हें अपने कैरियर को चुनने के लिये नयी राह भी दिखायी गयी। और यह संब कुछ संभव हुआ ग्लोबस एजुकेशन फाउंडेशन के ्रपयास से । होटल रेडिसन ब्लू में ग्लोबस एजुकेशन फाउंडेशन की ओर से शिक्षा गौरव सम्मान समारोह 2023 का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में जैक बोर्ड के अध्यक्ष अनिल कुमार महतो मौजूद रहे, वहीं विशिष्ट अतिथि के तौर पर जेवीएम श्यामली के प्रिंसिपल समरजीत जना मौजूद थे। अतिथि के तौर पर डीएवी बरियातू के प्रिंसिपल विनय कुमार पांडे और फिरायलाल स्कूल के प्रिन्सिपल नीरज कुमार सिन्हा मौजूद रहे। सभी लोगों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। मौके पर मुख्य अतिथि जैक बोर्ड के अध्यक्ष अनिल कुमार महतो ने जब अपना संबोधन शुरू किया तब पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। मौके पर अनिल कुमार महतो ने कहा कि हमारे बच्चे कहीं से भी कमजोर नहीं है, हमारे यहां से पासआउट बच्चों का बिट्स पिलानी में सीधे एडमिशन होता है। उन्होंने कहा कि हमारे बच्चे गरीब हो सकते हैं, जंगली हो सकते हैं , अंग्रेजी बोलने में कमजोर हो सकते हैं, लेकिन पढ़ाई में कमजोर नहीं हो सकते।

वहीं उन्होंने जेवीएम श्यामली के प्रिंसिपल समरजीत जना के स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी शुरू करने के सवाल पर कहा कि क्रिकेट थोड़ा महंगा कोर्स होता है हमारे जैक के बच्चे शायद अफोर्ड नहीं कर पाएंगे, बावजूद इसके हमारे बच्चे अन्य स्पोर्ट्स में कहीं से भी पीछे नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे बच्चों में बस कम्युनिकेशन स्किल की थोड़ी प्रॉब्लम होती है, उन्होंने कहा कि पहले मैं सोचता था कि क्यों जैक बोर्ड के बच्चे 50 फ़ीसदी और 60 फ़ीसदी मार्क्स तक सिमट कर रह जाते हैं ? फिर मैंने सोचा कि क्यों ना हम भी सीबीएसई पेटर्न फॉलो करें, जब हमने यह पैर्टन फॉलो करना शुरू किया, तब आज हमारे बच्चे भी 90 से 99 फ़ीसदी मार्क्स तक पहुंच गए हैं। उन्होंने इस तरह के कार्यक्रम के आयोजन के लिए ग्लोबल एजुकेशन फाउंडेशन के संचालक गौरव राजपूत को धन्यवाद दिया। वहीं कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद डीएवी श्यामली के प्रिंसिपल समरजीत जना ने कहा कि हमें सीखना कभी भी बंद नहीं करना चाहिए, सीखने की क्षमता हमें हमारे भविष्य की ओर ले जाती है। मैं बहुत खुश हूं कि हमारे बच्चे इतना अच्छा कर रहे हैं और इस तरह के कार्यक्रम से एक ही मंच पर बच्चों को अपने करियर को समझने में मदद मिलेगी।

दूसरी ओर कार्यक्रम में मौजूद अतिथि डीएवी बरियातू के प्रिंसिपल विनय कुमार पांडे जी ने सभी बच्चों की हौसला अफजाई की और इस तरह के कार्यक्रम के लिए गौरव राजपूत जी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मुझे यहां आकर बहुत ही अच्छी अनुभूति हुई है। वहीं फिरायलाल स्कूल के प्रिन्सिपल नीरज कुमार सिन्हा ने अपने सम्बोधन में कहा की यह बेहद ही बेहतरीन पल है,जब हम एक ही मंच पर इतने प्रतिभावान बच्चों को सम्मानित कर रहे हैं। वहीं इस बार मौके पर डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी यूनिवर्सिटी के वीसी, ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी के प्रिंसिपल, ग्राफिक एरा व अन्य यूनिवर्सिटी के लोग भी शामिल हुए। एक-एक कर हर स्कूल के 75 फ़ीसदी से ज्यादा अंक लाने वाले बच्चों को सम्मानित किया गया। डीएवी श्यामली से लेकर उर्स लाइन कॉलेज तक के बच्चें सम्मान पाकर उत्साहित दिखें। करीब 800 से भी ज्यादा बच्चों को मंच पर मेडल और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जैक बोर्ड, सीबीएसई बोर्ड और आईसीएसई तीनों संकाय के स्टूडेंट्स जिन्होंने 75 फ़ीसदी मार्क्स प्राप्त किये थे ,उन्हें यह सम्मान मिला।

वहीं कार्यक्रम के संचालक और ग्लोबस एजुकेशन फाउंडेशन के अध्यक्ष गौरव राजपूत ने कहा कि हम हर साल इस तरह का कार्यक्रम आयोजित करते हैं, हमें बेहद खुशी है कि साल दर साल बच्चों का इस कार्यक्रम में रूझान बढ़ रहा है, क्योंकि यह कार्यक्रम सिर्फ बच्चों को सम्मानित करने के लिए नहीं है बल्कि उन्हें उनके करियर के प्रति जागरूक करने के लिए भी है। ताकि करियर काउंसलिंग के जरिये वह अपने भविष्य को निखार सकें। वहीं कार्यक्रम में मुख्य रूप से शिकतक करने वाले गोल संस्थान के हेड काली प्रसाद सिंह ने कहा कि यह कार्यक्रम आज के शिक्षा जगत के लिए बहुत मायने रखता है। जिस तरह से हमारा गोल संस्थान बच्चों के भविष्य के लिए सोंचता है ठीक उसी तरह यह कार्यक्रम भी बच्चों को भविष्य के लिए ही है। छात्रों को इस कार्यक्रम से कैरियर काउंसलिंग का भी अवसर मिला। कार्यक्रम में मुख्य रूप से ग्लोबस एजुकेशन फाउंडेशन के संचालक गौरव राजपूत, गोल इंस्टीट्यूट के हेड काली प्रसाद सिंह , प्रेसीडेंसी यूनिवर्सिटी बंगलूरू और अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।

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