

मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
रांची : खुद को इतना सक्षम बनाना होगा कि वह दूसरों को भी रोजगार देने का माध्यम बन सके। पूरी दुनिया आज बदलाव के दौर से गुजर रही है। शिक्षा और तकनीकी के क्षेत्र में हर दिन बदलाव हो रहे हैं। हम उससे तभी अवगत हो पाएंगे जब हम लगातार ज्ञान अर्जित करते रहेंगे। ये बातें
सरला बिरला विश्वविद्यालय की चांसलर श्रीमती जयश्री मोहता ने विश्वविद्यालय का दौरा करने के दौरान कहा है। इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर के साथ विश्वविद्यालय के प्रशासनिक और अकादमिक भवन का निरीक्षण किया। साथ ही विश्वविद्यालय के सभी विभागों के कार्यों की समीक्षा की। चांसलर श्रीमती मोहता के साथ विश्वविद्यालय के गवर्निंग बॉडी के सदस्य श्री अनंत जाटिया , प्रो-चांसलर सीए बिजय कुमार दालान, कुलपति प्रोफेसर गोपाल पाठक, कुलसचिव प्रोफ़ेसर विजय कुमार सिंह सहित विश्वविद्यालय के शिक्षक, पदाधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
चांसलर श्रीमती जयश्री मोहता ने विश्वविद्यालय में अध्ययनरत विभिन्न संकाय के छात्रों के साथ बातचीत की और उन्हें संबोधित किया। उन्होंने छात्रों से कहा कि सिर्फ डिग्री लेना उनका मकसद नहीं होना चाहिए। ज्ञान प्राप्ति उनका लक्ष्य और संकल्प होना चाहिए। छात्रों को अपनी समझ विकसित करनी होगी ताकि भविष्य में भी खुद के साथ समाज का भी मार्गदर्शन कर सकें। उन्होंने कहा कि सरला बिरला विश्वविद्यालय शिक्षा की गुणवत्ता के साथ कभी कोई समझौता नहीं करेगा। आने वाला समय में यह विश्वविद्यालय देश के अग्रणी विश्वविद्यालयों में जाना जाएगा, ऐसा प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ज्ञान अर्जित कर ही हम सभी समाज और दुनिया में हम बदलाव ला सकते हैं।
चांसलर श्रीमती जयश्री मोहता ने विश्वविद्यालय के शैक्षिक माहौल को और बेहतर बनाने के लिए विश्वविद्यालय के प्रमुख शिक्षकों व पदाधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने दिशा निर्देश दिया कि विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाने में शिक्षकों की अहम भूमिका होगी। शिक्षकों को भी आगे बढ़कर छात्रों की समस्याओं को जानना होगा। छात्रों के लिए ज्ञानपरक और रोजगारपरक शैक्षणिक माहौल का निर्माण करना होगा।गवर्निंग बॉडी के सदस्य श्री अनंत जाटिया ने कहा कि दुनिया में शिक्षा के क्षेत्र में काफी तेजी से बदलाव आ रहा है। हमें प्रयास करना होगा कि सरला बिरला विश्वविद्यालय अपने छात्रों को उन बदलावों से लगातार अवगत कराता रहे। आज के समय की मांग के हिसाब से अपने पाठ्यक्रमों में बदलाव लाना होगा ताकि छात्रों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके। प्रो-चांसलर सीए बी के दालान ने कहा कि काफी कम समय में सरला बिरला विश्वविद्यालय ने अपनी पहचान बना ली है। दूसरे राज्यों के छात्र भी अब यहां आकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। बिरला समूह अपनी गुणवत्ता के लिए सदैव से जाना जाता रहा है।
कुलपति प्रोफेसर गोपाल पाठक ने कहा कि विश्वविद्यालय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए दृढ़ संकल्पित है। इससे हम कभी समझौता नहीं कर सकते। यहां के छात्र अनुशासित रहकर व बेहतर इंसान बनकर यहां से जाएं यही विश्वविद्यालय का प्रयास है। कार्मिक् और प्रशासनिक अधिकारी अजय कुमार के अनुसार, चांसलर के विश्वविद्यालय दौरे के अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर गोपाल पाठक, कुलसचिव डॉ विजय कुमार सिंह, प्रोफेसर श्रीधर बी दंडीन, प्रोफेसर संजीव बजाज, डॉ सुबानी बाड़ा, डॉ राधा माधव झा, श्री नरहरि दास, श्री अजय कुमार, श्री प्रवीण कुमार, डॉ रिया मुखर्जी, डॉ मेघा सिन्हा सहित शिक्षक, पदाधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।
