चुनाव हारने के बाद हारे हुए खिलाड़ियों और कोचों को नहीं मिलेगी जिम्मेवारी, संदर्भ भाजपा का सांगठनिक चुनाव

Jharkhand झारखण्ड

जमशेदपुर व्यूरो चन्द्रमणि की रिपोर्टः-
जमशेदुपर और रांची: भाजपा में चुनावी हार के बाद सांगठनिक चुनाव को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गयी है। भाजपा के पुराने हारे हुए खिलाड़ियों को संगठन में स्थान देने का कार्यकर्ता विरोध कर सकते हैं। झारखंड भाजपा के संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह फिलहाल नयी दिल्ली गये हैं जहां वह संगठन महामंत्री बी.एल. संतोष से मुलाकात कर हार के कारणों की जानकारी देंगे। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास भी दिल्ली में अमित शाह और बी.एल. संतोष से मुलाकात कर हार को लेकर समीक्षा कर रहे हैं। ध्र्मपाल सिंह की ओर से प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा को लकर भी जानकारी मांगी गयी है। चुनाव प्रभारी ओमप्रकाश माथुर की रणनीति झारखंड में असफल रही है और उन्होंने पुराने जुझारू कार्यकर्ताओं को तवज्जों नहीं दी है ऐसी बातें सामने उभरकर आयी हैं। हालांकि प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। पिछले संगठन में सबसे बेहतर कार्य पूर्व अध्यक्ष रवीन्द्र राय की टभ्म में ही हुआ था जब भाजपा न केवल सत्ता में लौटी थी बल्कि लोकसभा चुनाव में भी बेहतरीन परिणाम दिये थे। झारखंड भाजपा का सांगठनिक चुनाव एक जनवरी 2020 से शुरू होगा। प्रदेश के सभी जिलाध्यक्षों को नये सिरे से नियुक्त् किया जायेगा। रांची महानगर के जिलाध्यक्ष मनोज मिश्र को फिर से जिम्मेवारी मिल सकती है जबकि जमशेदपुर भाजपा महानगर अध्यक्ष दिनेश कुमार समेत सभी 28 मंडल अध्यक्षों में कइयों की छुट्‌टी हो सकती है। इन सभी मंडलों में आम सहमति से चुनाव होगा। सभी मंडल में नए लोगों को जगह मिल सकती है। विस चुनाव होने के कारण राष्ट्रीय नेतृत्व ने सांगठनिक चुनाव स्थगित कर दिया था।
सबसे पहले भाजपा सांगठनिक चुनाव के लिए मंडल अध्यक्ष, फिर जिलाध्यक्ष, महानगर अध्यक्ष का चुनाव आम सहमति से होगा। फिर झारखंड के सभी सांसद, विधायकों व चुने गए जिलाध्यक्षों की आम राय से नए प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होगा। आम राय नहीं होने पर चुनाव होगा। निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने बताया कि 2020 में सांगठनिक चुनाव होगा। विस चुनाव हार के बाद संगठन में पुराने व कर्मठ नेताओं को जिम्मेवारी दी जाएगी। मंडल स्तर से शुरू होने वाला चुनाव तीन माह से अधिक समय तक चलेगा। चुनाव के लिए प्रदेश स्तर पर चुनाव पदाधिकारी, जिला स्तर पर जिला चुनाव प्रभारी, मंडल चुनाव प्रभारी व पर्यवेक्षक नियुक्त होगा। इसके बाद मंडल में मंडल प्रभारी आम राय से मंडल अध्यक्ष के नाम पर विचार करेंगे और सभी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर एक नाम पर सहमति बनाएंगे, जिसे मंडल अध्यक्ष मनोनीत किया जाएगा। इसी प्रकार जिलाध्यक्ष पर भी सभी निर्वाचित मंडल अध्यक्षों, सांसद व विधायकों की राय ली जाएगी। इसके बाद बैठक कर जिलाध्यक्ष के नाम की घोषणा होगी। एक नाम पर सहमति नहीं बनने पर प्रदेश कमेटी वैसे जिलों में नए जिलाध्यक्ष के नाम की घोषणा करेगी।   कोल्हान प्रमंडल से भाजपा का सफाया होने के बाद पूरे प्रमंडल में भाजपा सांगठनिक चुनाव में नए लोगों को जिम्मेवारी दी जा सकती है। लेकिन, वर्तमान कमेटी में कोल्हान प्रमंडल से प्रदेश स्तरीय कमेटी में कार्यसमिति व पदों पर रहने वाले भाजपा प्रवक्ता राजेश कुमार शुक्ला, जेबी तुबिद, रामबाबू तिवारी, मिथिलेश सिंह यादव, खेमलाल चैधरी समेत कई नेताओं को ओबीसी व युवा मोर्चा में प्रदेश कमेटी में पदाधिकारी बने हुए हैं। नई कमेटी में इन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। भाजपा के निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने कहा कि झारखंड भाजपा का सांगठनिक चुनाव 2020 के जनवरी में शुरू होगा। संगठन में नए लोगों को जगह दी जाएगी। संगठन को मजबूत करने के लिए कर्मठ व निष्ठावान को कमान सौंपा जाएगा, जो सभी को लेकर चले और चुनाव जिता सके। जल्द ही प्रक्रिया शुरू होगी। भाजपा को नये सिरे से संगठित करना बेहद ही चुनौतीपूर्ण कार्य होगा। भाजपा में प्रदेश स्तर पर जिन लोगों ने चुनाव में बढ़चढ़कर भाग लिया और समर्पित कार्यकर्ताओं को तरजीह नहीं दी उसे भी बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी की जा रही है।

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