रायपुर से लौटकर अशोक कुमार की रिपोर्टः-
रायपुर/रांची: झारखंड की गरीब जनता के पैसे से झारखंड के माननीय छत्तीसगढ़ के रायपुर के मायफेयर रिसाॅर्ट में जमकर शराब और मुर्गा का सेवन तो कर ही रहे अहैं साथ ही प्रतिदिन अपनी महफिल भी सजा रहे हैं। जिसे लेकर छत्तीसगढ़ के नेताओं ने झारखंड के विधायकों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। रायपुर के रिसोर्ट में जेवीएम विधाायक प्रदीप यादव तबला बजा रहे हैं तो गरीबों की लड़ाई लड़ने का दावा करने वाली कांग्रेस की विधायक अंबा प्रसाद महफिल में गानों को गा रही है। रायपुर के मेफेयर रिसोर्ट में कैद झामुमो-कांग्रेस के विधायक एक दूसरे से सामना होते ही हमसे क्या भूल हुई, जो हमको ये सजा मिली …. गीत गुनगुना कर अपनी व्यथा व्यक्त कर रहे हैं। अब आलम यह हो चला है कि हर विधायक के लबों पर इसी गीत के बोल हैं। इधर विधायकों ने गुरूवार और शुक्रवार की शाम संगीत संध्या के साथ मन बहला कर गुजारी। संगीत संध्या का आनन्द लेने के दौरान विधायक प्रदीप यादव ने तबला पर हाथ आजमाए, तो विधायक अंबा प्रसाद ने माइक थाम कर एक के बाद एक कई गीत प्रस्तुत कर अपनी सुरीली आवाज से साथी विधायकों को चैंकाया। विधायकों के अनुसार, कितना भी आलीशान भवन हो, कितने भी ठाठ हो, अपने घर की तुलना में सब बेमानी है। चारदीवारी में कैद होना किसे अच्छा लगता है, लेकिन मजबूरी में ये सब भी करना पड़ता है। उन्होंने भाजपा नेताओं के बयानों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हार्स ट्रेडिंग का उनका मंसूबा पूरा नहीं हुआ, तो अब उल्टी सीधी बातें कही जा रही है। विधायक ने कहा कि अपने पूरे जीवनकाल में उन्होंने अपने कच्छे बनियान स्वयं नहीं धाये। यहां ये सब भी उन्हें ही रोज करना पड़ रहा है। विधायकों की मानें तो 5 सितंबर को आहूत विशेष सत्र राज्य के लिए हमेशा याद रखने वाला बन जाएगा। 1932 के खतियान को लेकर निर्णायक फैसला होगा। शिक्षा व नियोजन में प्राथमिकता का कानून बनेगा। इसके अलावा अन्य पिछड़ा वर्ग का आरक्षण फिर से 27 प्रतिशत किया जाएगा। अन्य कई बड़े फैसले की बात भी कही जा रही है। बहरहाल विधायकों द्वारा स्वयं को पांच सितारा जेल में मजबूरी वश कैद होने की बात कहते हुए पांच सितंबर के विशेष सत्र का बेसब्री से इंतजार होने की बात कही जा रही है।
विधायकों के रायपुर में रखने को लेकर छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ सरकार पर जमकर हमला बोला है। छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए आरोप लगाया कि झारखंड के विधायकों को दारू-मुर्गा खिलाया जा रहा है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल पर निशाना साधा. रमन सिंह ने ये आरोप ऐसे समय में लगाया है जब सीएम बघेल खुद रायपुर के मेफेयर रिसॉर्ट जाकर झारखंड के विधायकों से मुलाकात की। ये मुलाकात करीब 45 मिनट तक चली। रमन सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, ष्भूपेश जी कान खोलकर सुन लीजिए! छत्तीसगढ़ अय्याशी का अड्डा नहीं है, जो छत्तीसगढ़ियों के पैसे से झारखंड के विधायकों को दारू-मुर्गा खिला रहे हैं। असम, हरियाणा के बाद अब झारखंड के विधायको का डेरा, इन अनैतिक कार्यों के लिए छत्तीसगढ़ महतारी आपको कभी माफ नहीं करेगी। इसके साथ ही बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट करते हुए कहा, बहन अंकिता दुमका में जलाकर मार दी गई,सोरेन परिवार का कोई सदस्य दुमका में पीड़ित परिवार से नहीं मिला,लेकिन लतरातू डैम पर मांस भात,रायपुर में दारू और ना जाने क्या? गरीब की सरकार पंच सितारा होटल में,झारखंड के सभी जिले सुखाड की चपेट में पर हेमंत सरकार पेट भरने की मौज में.ष् निशिकांत दुबे ने कहा कि ये वीडियो सामने आया है जो दुर्भाग्यपूर्ण है. जनता ठगा हुआ महसूस कर रही है. इनको रिजॉर्ट पॉलिटिक्स की जरूरत पड़ गई है. इनको छत्तीसगढ़ सरकार की जरूरत क्यों पड़ गई, इन्होंने भ्रष्टाचार के अलावा कोई काम तो किया नहीं है।
