
मुखर संवाद के लिए शिल्पी यादव की रिपोर्ट
रांची:-सरला बिरला विश्वविद्यालय के मानविकी संकाय द्वारा मानव मूल्य और नीति शास्त्र शीर्षक पर एक वेबीनार का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में समाजसेवी श्री उज्जवल कुमार ठाकुर ने अपने विचार व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि आज के दिनों में सभी के जीवन में मानव मूल्यों एवम नीतिशास्त्र का काफी महत्व है। उन्होंने भारतीय दर्शन का मूल वसुधैव कुटुंबकम का उद्धरण देते हुए संस्कृतियों को जीवित रखने एवं अपने संस्कार, व्यवहार तथा आचरण को बनाए रखने की सलाह दी।
उन्होंने महान दार्शनिक श्री अरबिंदो का जीवन परिचय एवं उनके दर्शन के बारे में बताया। उन्होंने अनुशासन के महत्व पर चर्चा करते हुए कहा कि जीवन में सफल होने के लिए सदैव अनुशासन को अपने व्यवहार में अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गोपाल पाठक ने कहा कि हमें अपने दैनिक व्यवहार में ईमानदारी, नैतिकता एवं कर्तव्यनिष्ठा के साथ कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक अच्छे अकादमिक वातावरण निर्माण के लिए इस प्रकार के व्यवहारानुकूल विचारों के आदान-प्रदान वाला कार्यक्रम होना सराहनीय है।
विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी डॉ प्रदीप कुमार वर्मा ने कहा कि जीवन में मानव मूल्यों एवं नैतिकता का होना ही हमारा उद्देश्य होना चाहिए। मानवता ही हमें राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करती है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर विजय कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व का विकास करना है। सरला बिरला विश्वविद्यालय के कार्मिक और प्रशासकीय प्रबंधक अजय कुमार ने बताया की वेबीनार में अतिथियों का स्वागत डॉ सोहम चौधरी ने किया तथा मानविकी विभाग के एसोसिएट डीन डॉ राधा माधव झा ने परिचय कराया। स्वातिलेखा महतो ने धन्यवाद ज्ञापित किया तथा संचालन बी.ए अंग्रेजी प्रतिष्ठा की छात्रा सुश्री सिमरन कुमारी ने किया। वेबिनार में डॉ रिया मुखर्जी, डॉ सुचि स्मिता, श्री संजीव श्रीवास्तव, सुश्री स्वातिलेखा महतो सहित छात्र-छात्राएं एवं शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।
