
मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
किशनगंज/ जाकीहाट: बिहार में राजनीति के लिये भाई भाई को मात देने के लिये तैयार बैठा है। बिहार चुनाव में विधायक की कुर्सी पाने के लिये भाई भाई का रिश्ता भी तार-तार होते हुए देखा जा रहा है। बिहार की राजनीति इस समय अपने चरम पर है. 6 नवंबर को प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान होना है. ऐसे में विभिन्न राजनीतिक पार्टियां अपने वोट बैंक को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चहती. इसी बीच राजद के नेता तेजस्वी यादव एक चुनावी सभा में जोकीहाट पहुंचे.। जोकीहाट अल्पसंख्यक बाहुल्य विधानसभा सीट है। दिलचस्प बात ये है कि इस बार चुनाव में जोकीहाट सीट से दो सगे भाई आमने-सामने हैं। दरअसल, राजद ने यहां से शाहनवाज आलम को टिकट दिया है. जबकि जन सुराज पार्टी ने उनके भाई सरफराज आलम को अपने उम्मीदवार चुना है. यहां बता दें आलम बंधु जिला के कद्दावर नेता मरहूम मोहम्मद तस्लीमुद्दीन के बेटे हैं। इस सब के अलावा इस सीट से जदयू और एआईएमआईएम ने भी अपना उम्मीदवार खड़े किए हैं. ऐसे में यहां मुकाबला बेहद रोचक होने की उम्मीद है।
राजद के कार्यकारी अध्यक्ष तेजस्वी यादव ने अपने संबोधन में कहा कि जोकीहाट पर इस बार बड़ी लड़ाई है। उन्होंने कहा कि यहां कोई चुन्नू और मुन्नू का खेल नहीं हो रहा है, कि एक बेटा यानी चुन्नू नाराज हो जाए तो आप मुन्नू को वोट दे दें. और मुन्नू नाराज हो जाए तो चुन्नू को वोट करें.। उन्होंने जिले के मुस्लिम समेत सभी वर्गों के लोगों से अपील करते हुए कहा कि ये बिहार बनाने का चुनाव है, ये देश के संविधान लोकतंत्र, भाईचारे को बचाने का चुनाव है. हमें बड़ा सोचना होगा। आपस में उलझकर यही पंचायत या विधानसभा में नहीं रहना है। सभी लोग इस विधानसभा चुनाव में एक हो जाइए और छक्। को प्रदेश से बाहर कर दीजिए।
