झारखंड की कवयित्री ममता मनीष सिन्हा हिंदी भवन दिल्ली में ’काव्य श्री सम्मान’ से होंगी अलंकृत , कविता हुई इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल’

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मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
रांची : झारखंड की बेटी और कवयित्री ममता मनीष सिन्हा ने देश में साहित्य के क्षेत्र में नाम रौशन किया है। अंतर्राष्ट्रीय दोहा संग्रह “भारत के अशोक चक्र विजेता“ का लोकार्पण दिल्ली के हिंदी भवन में 5 फरवरी 2023 को अंतरराष्ट्रीय शब्द सृजन के द्वारा किया जायेगा । इस ग्रन्थ की सहभागी रचनाकार तोपा-रामगढ़, झारखंड से डॉ ममता मनीष सिन्हा को “काव्य श्री सम्मान“ से अलंकृत किया जाएगा जिन्होंने शहीद “कैप्टन अरुण सिंह जसरोटिया-बिहार रेजिमेंट“ अशोक चक्र विजेता (अमर शहीद लोलाब घाटी, कुपवाड़ा-जम्मू काश्मीर ऑपरेशन में दुश्मनों पर विजय हो कर वीरगती को प्राप्त हुएं।) पर दोहे लिखे हैं। हिंदी साहित्य के अछूते विषय भारत के अशोक चक्र विजेताओं पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काव्यपाठ आयोजन किया गया था। जिसमें 201 रचनाकारों ने किसी एक अशोक चक्र विजेता पर दोहे सृजित कर काव्य पाठ किया था। इस प्रकार के अनूठे आयोजन को विशिष्ट श्रेणी में मानते हुए इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने दर्ज़ किया गया है।संस्था के अध्यक्ष डॉ राजीव कुमार पाण्डेय ने बताया कि आगामी 5 फरवरी को दिल्ली के हिंदी भवन में आयोजित होने वाले इस भव्य लोकार्पण समारोह में गण्यमान्य अतिथियों की उपस्थिति रहेगी।

167 सम्मानित रचनाकारों के दोहे संकलित कर इस ऐतिहासिक महत्व के ग्रन्थ ’भारत के अशोक चक्र विजेता’ को सर्वभाषा प्रकाशन ने प्रकाशित किया है। इस ग्रन्थ में सम्पादक की भूमिका संस्था के संस्थापक एवं अध्यक्ष साहित्यकार डॉ राजीव कुमार पाण्डेय ने एवं संकलनकर्ता की भूमिका का निर्वहन संस्था के महासचिव देश के वरिष्ठ गीतकार ओंकार त्रिपाठी निभाया है। स्मरण रहे कि डॉ.ममता मनीष सिन्हा जी का सृजनधर्मिता के प्रति समर्पण पूरे रामगढ़ जिले के लिए गौरव की बात है , इसके पूर्व भी वे चार विश्व कीर्तिमान अपने नाम कर चुकी हैं। इस ऐतिहासिक एवं कालजयी ग्रन्थ में भारत के समस्त अशोक चक्र विजेताओं पर दोहे सृजित कर संकलित किया गया है जिसमें अमेरिका, नेपाल, यू ए ई, इंडोनेशिया, भारत के विभिन्न राज्यों के साहित्यकार शामिल हैं’

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