झारखंड में उद्यमशील पारिस्थितिकी तंत्र को प्रोत्साहित करने के लिये सरला बिरला विश्वविद्यालय में स्टार्ट-अप एवं उद्यमिता शिखर सम्मेलन का आयोजन

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मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
रांची : सरला बिरला विश्वविद्यालय में आज “इग्नाइट इनोवेशन एंड एम्पावर आइडियाज़” विषय पर एक भव्य स्टार्ट-अप एवं उद्यमिता शिखर सम्मेलन का आयोजन हुआ। टेक्नोलॉजी बिजनेस इन्क्यूबेशन (ज्ठप्) सेंटर फॉर इनोवेशन एंड इन्क्यूबेशन काउंसिल, एनआईटी जमशेदपुर द्वारा झारखंड स्थापना दिवस की 25वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य झारखंड राज्य में उद्यमशील पारिस्थितिकी तंत्र को प्रोत्साहित करना था। इस मंच ने छात्रों, स्टार्ट-अप संस्थापकों, निवेशकों, शिक्षाविदों, नीति-निर्माताओं तथा उद्योग जगत के अग्रणी व्यक्तित्वों को एक साथ जोड़ा। कार्यक्रम दो सत्रों में आयोजित किया गया कृ शिखर सम्मेलन का उद्घाटन एवं प्रदर्शनी/एक्सपो का शुभारंभ तथा तकनीकी/मेंटोरिंग सत्र। अतिथियों का स्वागत एवं सम्मान विवि के महानिदेशक प्रो. गोपाल पाठक एवं कुलपति प्रो. सी. जगनाथन द्वारा किया गया।

स्वागत भाषण एवं सम्मेलन का परिचय प्रो. संदीप कुमार, अध्यक्ष आईआईसी और डीन, वाणिज्य संकाय ने प्रस्तुत किया। उन्होंने सम्मेलन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला, जिनमें युवाओं में उद्यमशील सोच को प्रोत्साहित करना, नवाचारों को प्रस्तुत करने के लिए मंच प्रदान करना और सरला बिरला विश्वविद्यालय को पूर्वी भारत में नवाचार एवं उद्यमिता का क्षेत्रीय केंद्र के रूप में सशक्त बनाना शामिल था। उन्होंने सभी विशिष्ट अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया । मुख्य अतिथि डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा (माननीय सांसद, राज्यसभा एवं निदेशक, योजना एवं संगठनात्मक विकास, एसबीयू), विशिष्ट अतिथि प्रो. गौतम सूत्रधर (निदेशक, एनआईटी जमशेदपुर) तथा अन्य विशिष्ट व्यक्तियों में डा. देबाशीष दत्ता, सीईओ, ज्ठप् सेंटर, एनआईटी जमशेदपुर; श्री एम.के. गुप्ता, प्रधानाचार्य-सह-प्रबंध निदेशक (प्रभारी), झारखंड गवर्नमेंट टूल रूम; श्री असीम कृष्ण दास, ट्रस्टी, रिसर्च इनोवेशन न्यूक्लियस, राँची एवं प्रमाणित प्रशिक्षक, उद्यमिता विकास कार्यक्रम; श्री मनीष कुमार (पूर्व छात्र, आईआईटी खड़गपुर), सीईओ, यूटोपिया विले एवं सह-संस्थापक, बैक टू विलेज (ठ2ट); श्री मनीष पीयूष, सह-संस्थापक, प्योरश डेली फूड प्रा. लि.; श्री ऋतिक शुभम, संस्थापक, फ्लोवस एड-टेक स्टार्ट-अप; तथा श्री मनीक कुमार महतो, संस्थापक निदेशक, आई-हब स्टार्ट-अप फाउंडेशन, झारखंड इस अवसर पर उपस्थित हुए। प्रो. सी. जगनाथन, मुख्य संरक्षक, प्प्ब् एवं कुलपति, एसबीयू, राँची ने अपने उद्बोधन में उद्यमियों और स्टार्ट-अप्स को वित्तीय स्रोतों से जोड़ने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने भारत के यूनिकॉर्न स्टार्ट-अप्स का उल्लेख करते हुए झारखंड की विशाल संभावनाओं पर प्रकाश डाला। प्रो. गोपाल पाठक ने अपने संबोधन में कर्मठता, अनुशासन और उद्देश्यपूर्ण कार्य को सफलता की कुंजी बताया। उन्होंने छात्रों को परिश्रम एवं रचनात्मकता के माध्यम से अपने सपनों को साकार करने और जॉब सीकर के बजाय जॉब क्रिएटर बनने का आह्वान किया। उन्होंने भारत में बढ़ती उद्यमशील भावना की सराहना करते हुए बेंगलुरु को नवाचार का उदाहरण बताया और बिल गेट्स का उल्लेख करते हुए कहा कि दृढ़ निश्चय और दूरदृष्टि से सफलता कहीं भी प्राप्त की जा सकती है।

प्रो. गौतम सूत्रधर ने भारत के नवाचार और स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने छात्रों को उचित मार्गदर्शन एवं मेंटरशिप प्रदान करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि अस्वीकृति सफलता का स्वाभाविक हिस्सा है और छात्रों को इसे सीखने के अवसर के रूप में स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने युवाओं को आत्मनिर्भर बनकर रोजगार सृजक बनने तथा उद्योग और शिक्षा जगत के बीच मजबूत संबंध स्थापित करने के महत्व पर जोर दिया। कार्यक्रम के अवसर पर अतिथियों द्वारा स्टार्ट-अप्स के महत्व पर चर्चा तथा नए उद्यमों के लिए उपलब्ध उपकरणों, तकनीकों और संसाधनों की जानकारी दी गई जिनसे व्यवसाय को सशक्त बनाया जा सके। उन्होंने छात्रों को नवाचार और सृजन के लिए प्रेरित किया और उन्हें मार्गदर्शन व वित्तीय सहायता देने का आश्वासन भी दिया। छात्रों ने अपने नवीन विचारों को रचनात्मक प्रदर्शनी और एक्सपो के माध्यम से प्रस्तुत किया।
सत्र तृतीय में आइडिया पिचिंग सेशन आयोजित किया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने अपने व्यावसायिक विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का समापन सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और सर्वश्रेष्ठ नवाचार एवं प्रदर्शनी के लिए पुरस्कार एवं सम्मान वितरण के साथ हुआ।
प्रो. एस. बी. डांडिन, रजिस्ट्रार, एसबीयू ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन डा. गगनदीप चड्ढा और एल. जी. हनी सिंह ने किया। यह कार्यक्रम झारखंड के विभिन्न विश्वविद्यालयों के डीन, अधिकारीगण, प्राध्यापकों और छात्रों की उपस्थिति में संपन्न हुआ। आयोजन के दौरान छात्रों ने अपने नवाचारी विचारों, उत्पादों और सेवाओं का प्रदर्शन किया। सरला बिरला विश्वविद्यालय के प्रतिकुलाधिपति बिजय कुमार दलान और राज्यसभा सांसद डॉ प्रदीप कुमार वर्मा ने इस कार्यक्रम के आयोजन पर हर्ष व्यक्त करते हुए शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।

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