
रांची: झारखंड में कांग्रेस का मतलब कलह हो गया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और उनके विरोध में खड़े सुबोधकांत सहाय के समर्थक आलजकल प्रदेश कार्यालय को रणक्षेत्र में तब्दील कर दिया है। हाल ही में लोकसभा चुनाव में करारी हार का सामना करनेवाली कांग्रेस पार्टी को उसके समर्थक ही कोहराम वाली स्थिति बनाकर रख दी है। कांग्रेस रांची कार्यालय में सुबोधकांत सहाय और अजय कुमार समर्थकों के बीच एक बार फिर हाथापाई और मारपीट हुई. पुलिस को उन्हें रोकने के लिए लाठी चार्ज करना पड़ा. सुबोधकांत सहाय के समर्थकों ने आरोप लगाया कि अजय कुमार ने हमें पार्टी से निकाल दिया है. कांग्रेस के संविधान के तहत पार्टी से निकालने से पहले हमें ना तो उन्होंने कोई जानकारी दी और ना ही कारण बताओ नोटिस भेजा. आज जब हमने कार्यालय पहुंचने की कोशिश की तो हमें रास्ते में रोकने की कोशिश की. इस वजह से हाथापाई हुई है। सुबोधकांत सहाय समर्थकों ने आरोप लगाया कि अजय कुमार भारतीय जनता पार्टी के साथ मिले हुए हैं और पार्टी विरोधी कार्य कर रहे हैं. दोनों तरफ से जमकर नारेबाजी और हाथापाई हुई और कांग्रेस कार्यालय रण का मैदान बन गया. इस हाथापाई को लेकर अबतक दोनों नेताओं की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी लेकिन दोनों नेताओं के बीच खटास और गुटबाजी की खबर पहले से आ रही थी। सूत्रों की मानें तो प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार के समर्थन में जमशेदपुर से पार्टी कार्यकर्ता रांची आ रहे हैं. कुछ दिन पहले भी प्रदेश कांग्रेस की प्रस्तावित बैठक से पूर्व ही प्रदेश अध्यक्ष के विरोधियों ने उनका रास्ता रोकने की कोशिश की थी. ध्यान रहे कि 9 जून दिन शनिवार को भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अजय कुमार की गैरमौजूदगी में लोकसभा चुनाव में मिली हार की समीक्षा कांग्रेस भवन में हुई थी. इस दौरान डॉ अजय कुमार और सुबोधकांत सहाय के समर्थक भिड़ गये थे. इनके बीच जमकर धक्का-मुक्की भी हुई थी. हार की समीक्षा करने जैसे ही प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह कांग्रेस भवन पहुंचे, पूरा परिसर जंग के अखाड़े में तब्दील हो गया था। बाद में सुबोधकांत सहाय के समर्थकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर प्रदेश कार्यालय से हटाया तब स्थिति सामान्य हुई। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष डा. अजय कुमार ने अपने इसके पूर्व दोनों नेताओ के समर्थकों के बीच हुई मारपीट के दौरान पत्रकारों को भी चोटें लगी। समर्थकों के साथ प्रदेश कार्यालय पहुंचकर जिलाध्यक्षों की बैठक करने के पूर्व अपने समर्थकों को संबोधित भी किया।
