बोकारो से कुमार शशिकांत की रिपोर्टः-
चन्द्रपुरा/ बोकारो: झारखंड में कोरोना का खतरा बढ़ते जा रहा है और अब झारखंड में तीसरे मरीज के रूप में चन्द्रपुरा की रहनेवाली महिला का नाम सामने आया है। जबलीगी जमात ने देश में कोरोना का संक्रमण बढ़ाने का जिम्मेवार है और इसी जमात ने झारखंड में तीसरे मरीज को दिया है जिससे झारखंड में भी कोरोना का खतरा बढ़ गया है। झारखंड में अबतक तीन मरीज कोरोना से संक्रमित हैं और इसमें दो मरीज तबलीगी जामत से संबंध रखता है। झारखंड की तीसरी मरीज कोरोना संक्रमित यह मरीज बोकारो के तेलो गांव की रहनेवाली है। वह कुछ दिनों पूर्व बांग्लादेश से लौटी है।स्वास्थ्य विभाग ने इसकी पुष्टि की है। अबतक कुल 775 लोगों की जांच में 574 रिपोर्ट निगेटिव मिले हैं। 198 की रिपोर्ट का इंतजार है। झारखंड में कोरोना वायरस का एक और मरीज टेस्ट में पाॅजिटिव पाया गया है। अब झारखंड में कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति की संख्या बढ़कर तीन हो गई है। मरीज बोकारो जिले के चंद्रपुरा प्रखंड की रहने वाली है। उपायुक्त मुकेश कुमार ने इसकी पुष्टि की है। चंद्रपुरा प्रखंड के तीन दंपती बांग्लादेश के ढाका में हुए तब्लीगी जमात में शामिल होकर 15 मार्च को चंद्रपुरा अपने अपने घर लौटे थे। तीनों दंपती की स्क्रीनिंग कराई गई। तत्पश्चात उन्हें चास स्थित शैक्षणिक संस्थान जीजीईएस के क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया। पिछले दिनों तीनों दंपती का सैंपल जांच के लिए भेजा गया, जिसमें एक व्यक्ति में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई। गौरतलब है अबतक झारखंड में दो लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने की है। रविवार को तीसरा मरीज मिलनेे के बाद राज्य में हड़कंप मचा है। तीसरा मरीज सामने आने के बाद बोकारो डीसी मुकेश कुमार ने कहा कि लोग पैनिक ना हो और प्रशासन का सहयोग करें। उन्होंने बताया कि मरीज के घर पर स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंचेगी और पूरी जानकारी ली जाएगी। बता दें कि शनिवार को झारखंड में 2704 संदिग्धों को सरकारी क्वारेंटाइन में भेजा गया जबकि 1247 नए संदिग्ध होम क्वारेंटाइन में रखे गए। राज्य में कुल 1.36 लाख होम क्वारेंटाइन में रखे गए हैं। झारखंड में कोरोनावायरस का ये तीसरा मामला है। इससे पहले दो अप्रैल को हजारीबाग के 55 वर्षीय संदिग्ध में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। मरीज 55 वर्षीय मरीज पश्चिम बंगाल के आसनसोल में एक विवाह समारोह से 29 मार्च को लौटा था। सांस में तकलीफ व कफ की शिकायत पर हजारीबाग सदर अस्पताल में भर्ती कर सैंपल रिम्स भेजा गया था। इससे पहले 31 मार्च को रांची के हिंदपीढ़ी में कोरोना से संक्रमित मरीज का पहला मामला सामने आया था। मलेशिया से धर्म प्रचार के लिए रांची आई युवती में कोरोना संक्रमण मिला था। युवती अपने 22 साथियों के साथ मस्जिद में रुकी थी, जहां से पुलिस ने पकड़कर इनकी जांच कराई। 22 लोगों में से एक युवती का ही सैंपल पॉजिटिव मिला। इसे रिम्स के आईसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। इन संदिग्धों में 17 विदेशी और 5 भारतीय थे। इन 22 संदिग्धों में 5 महिलाएं भी थीं, जिनमें 4 विदेशी मूल की थीं। पकड़े गए लोगों में आठ मलेशिया के, तीन इंग्लैंड, दो वेस्टइंडिज, एक हॉलैंड, एक बंग्लादेश, दो अफ्रीका व तीन दिल्ली, एक गुजरात और एक मुंबई का रहने वाला था।
