
मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
रांची: राष्ट्रीय महिला आयोगकी अध्यक्ष रेखा शर्मा ने झारखंड की हेमंत सरकार पर गंभीर आरोप लगाये हैं। राष्ट्रीय महिला आयोगकी अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा है कि झारखंड के 300 मामलों में पुलिस ने जवाब नहीं दिया। इसको लेकर कल यानी शुक्रवार को जब डीजीपीसे मिलने गई तो उनका रिस्पांस बेहद कैजुअल था। ऐसा लगा कि उनसे कोई दोस्त मिलने गया है। मिलने से पहले ही उनको मैंने सभी 300 कांडों का ब्योरा भेजा था, जिसको लेकर वह मानसिक रूप से तैयार भी नहीं थे।एक कंप्लेनेंट को भी लेकर साथ गए थे लेकिन उसकी शिकायत सुनने वाला वहां कोई नहीं था। मैं मुख्यमंत्री, राज्यपाल से इसकी शिकायत भी करूंगी। 2 दिनों के झारखंड प्रवास के दौरान मैंने रिनपास का भी दौरा किया वहां कई ऐसी महिलाएं हैं, जो बिल्कुल ठीक है पुलिस और नेताओं के दबाव में उन्हें वहां बंद रखा गया है।राष्ट्रीय महिला आयोग ने झारखंड के विधानसभाअध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो के एक चिट्ठी का भी हवाला दिया, जिसमें एक महिला को जबरन रिनपास भेजा जाने संबंधित निर्देश दिया गया है।
झारखंड में महिलाओं की समस्या को लेकर अगंभीरता है।झारखंड पुलिस राष्ट्रीय महिला आयोग की चिट्ठी और रिमाइंडर का जवाब तक नहीं देती है। इसे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि झारखंड पुलिस महिलाओं को लेकर कितना गंभीर है। रिनपास में भ्रमण के दौरान एक महिला एमबीबीएस डॉक्टर भी मिली जिसे उसके पति ने पुलिस से मिलकर भर्ती करवा दिया है। वह महिला पूरी तरह से ठीक है। उसने बताया कि उसकी संपत्ति को हड़पने के लिए उसके पति ने एक साजिश के तहत उसे भर्ती कराया। ऐसे मामलों पर सरकार को गंभीरता से विचार करने की जरूरत है। मैं मुख्यमंत्री और राज्यपाल से भी मिल चुकी हूं और सभी बातों से अवगत करा दी हूँ।इस राज्य का दुर्भाग्य है कि यहां राज्य महिला आयोग पिछले 2 साल से खाली पड़ा हुआ है। राज्य महिला आयोग जिला से लेकर पंचायत तक सक्रिय होता है, जिससे महिलाओं की समस्याएं उन पर होने वाले अत्याचार सामने आते रहते हैं और उसका निदान होता है। राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान मैंने राज्य महिला आयोग को भी सक्रिय करने के लिए कहा है।
