
रांची से अशोक कुमार की रिपोर्ट
रांचीः झाविमो के अंदर अभी नाटक जारी है और अभी पिक्चर का सीन अभी क्लायिमेक्स तक नहीं पहुंचा है। झाविमो से निष्कासित विधायक प्रदीप यादव ने अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को ही नोटिस भेजने की तैयारी की है़। झाविमो के अंदर चल रहे नाटक को लेकर शाहरूख खान की फिल्म का मशहूर डायलाॅग बरबस ही याद आ रहा है कि पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त!
झाविमो से बाहर का रास्ता दिखाये गये विधायक प्रदीप यादव ने मुखर संवाद से कहा है कि वह एक-दो दिनों के अंदर झाविमो विधायक दल के नेता के रूप में बाबूलाल मरांडी से कारण बताओ नोटिस भेज सकते है़ं । हालांकि बाबूलाल मरांडी ने उन्हें विधायक दल के नेता पद से हटाने का पत्र पहले ही जारी कर दिया था। इसके बाद अब फैसले के बाद पार्टी से निष्कासित दोनों विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की कल देर शाम साथ बैठे़ और दोनों विधायकों के बीच बदले राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई। जेवीएम से निकाले जाने के बाद प्रदीप यादव ने कहा कि बाबूलाल मरांडी ओछी और बचकानी हरकत कर रहे है़ं और वह 10वीं अनुसूची से बचनेवाले नहीं है़ं। प्रदीप यादव ने कहा कि बाबूलाल ने कहा था कि भाजपा में जाने से पहले हिमालय की तराई में चले जायेंगे। लेकिन वह भाजपा में ही जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह बंधु तिर्की उनके साथ हैं और आगे भी साथ दिखेंगे।झाविमो के केन्द्रीय महासचिव अभय सिंह के अनुसार, प्रदीप यादव पार्टी से ऊपर उठने का प्रयास कर रहे थे़ और पार्टी के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे थे़ । बदनाम करने की कोशिश कर रहे थे़ और प्रदीप यादव के खिलाफ लगातार पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की सूचना थी़। पार्टी के खिलाफ षडयंत्र कर रहे थे़। प्रदीप यादव को बहुत समझाने का प्रयास किया गया़, लेकिन वह लगातार नये-नये हथकंडे अपनाते रहे. वह कांग्रेस नेताओं से मिल रहे थे़।
भाजपा में जेवीएम के विलय का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। 11 फरवरी दोपहर बाद चिरौंदी स्थित आर्शिवाद बैंक्वेट हॉल में होनेवाली जेवीएम की केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक में विलय का प्रस्ताव आएगा, जिस पर सर्वसम्मति से मुहर लगेगी। विलय के प्रस्ताव के पारित होने के लिए सिर्फ दो तिहाई बहुमत की ही आवश्यकता है, पर पार्टी की कोशिश है कि सारे सदस्य इस प्रस्ताव के पक्ष में अपना समर्थन दें। पार्टी ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है। केंद्रीय कार्यसमिति के सभी अधिकारियों और सदस्यों को बैठक की सूचना भेजी जा रही है। सबसे मिलकर भी विलय के बारे में चर्चा की जा रही है। सबको हर हाल में बैठक में मौजूद होने का आग्रह किया जा रहा है। विरोध करने वाले दोनों विधायकों को पार्टी से निकाला जा चुका है, जबकि उनके समर्थकों को पहले ही किनारा कर दिया गया है। ऐसे में पार्टी पदाधिकारी आश्वस्त हैं कि 11 फरवरी को इस प्रस्ताव पर केंद्रीय कार्यसमिति का कोई भी सदस्य विरोध नहीं करेगा। वर्ष 2006 में बाबूलाल मरांडी ने भाजपा छोड़ी थी। ठीक 14 साल बाद भाजपा में उनकी वापसी हो रही है। विलय की पूरी पटकथा पहले ही लिखी जा चुकी है। पिछले एक दशक से साथ चल रहे बाबूलाल मरांडी और प्रदीप यादव का साथ छूट गया है़ बाबूलाल ने अपने सबसे नजदीकी सहयोगी रहे प्रदीप यादव से नाता तोड़ लिया है़ पार्टी विधायक प्रदीप यादव को झाविमो से बाहर कर दिया गया है़। बाबूलाल मरांडी के निर्देश पर विधायक श्री यादव की प्राथमिक सदस्यता पार्टी विरोधी कार्यों में शामिल रहने और अनुशासनहीनता के आरोप में रद्द कर दी गयी है। पार्टी के दूसरे विधायक बंधु तिर्की को पहले ही झाविमो से निष्कासित किया जा चुका है. झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी भाजपा में विलय के लिए रास्ता तैयार कर रहे है़ं 11 फरवरी को झाविमो की नयी कार्यकारिणी की पहली बैठक होगी़ इसमें भाजपा में विलय को लेकर प्रस्ताव लाया जायेगा. इसके बाद विलय का प्रस्ताव भाजपा आलाकमान को भेजा जायेगा़। लेकिन इससे इतर जेवीएम के अंदर अभी काफी कुछ बाकी है। जेवीएम का भाजपा में विलय इतनी आसानी से हेागा ऐसा लग नहीं रहरा है। तभी तो झारखंड के राजनीतिक पंडित यह कह रहे हैं कि पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त!
