डायन को लेकर ग्रामीणों ने पुलिस की टीम को घंटों घेरे रखा

Jharkhand झारखण्ड

जमशेदपुर में डायन प्रथा को लेकर ग्रामीणों ने पुलिस की टीम को घंटों घेरे रखा जमशेदपुरः झारखंड सरकार लोगों के बीच डायन प्रथा को लेकर काफी अभियान चला रही है। लेकिन उसका असर लोगों पर होता हुआ नहीं दिख रहा है। सुंदरनगर थाना क्षेत्र के पुड़ीहासा गांव में रविवार को ग्रामीणों ने डायन के संदेह में एक वृद्ध महिला को बंधक बना लिया। पुलिस जब उसे छुड़ाने गई तो ग्रामीणों ने पुलिस को भी बंधक बना लिया। इसके बाद अतिरिक्त पुलिस बल बुलाकर कड़ी मशक्कत से महिला को बचाया गया। गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। महिला को बंधक बनाए जाने की सूचना मिलने पर एएसआई इनोसेंट मरांडी पुलिस जवानों के साथ वहां पहुंचे तो ग्रामीणों ने उन्हें बंधक बना लिया। इसकी सूचना मिलने पर डीएसपी लाॅ एंड ऑर्डर आलोक रंजन क्यूआरटी के साथ पहुंचे। लोगों को समझाने की कोशिश की तो उनकी झड़प हो गई। लोगों ने पथराव किया तो पुलिस ने भी लाठीचार्ज किया। पुलिस ने महिला को ग्रामीणों से छुड़ाकर अपनी गाड़ी में बिठाया तो ग्रामीण एक घंटे तक पुलिस की गाड़ी को घेरे रहे। काफी समझाने-बुझाने के बाद लोग माने और पुलिस उस महिला को लेकर गांव से निकल पाई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक 70 साल की आझो हेम्ब्रम के पास पड़ोस की 15 साल की एक लड़की बबीता गई थी। वहां से लौटने के बाद बबीता की तबीयत खराब हो गई। लोगों को संदेह हुआ कि आझो ने बबीता पर जादू टोना कर दिया है। गांव में यह बात फैली तो लोग एकजुट हो गए। घर घेर लिया और आझो को खींचकर बाहर निकाला। उसके साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। तभी किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। डीएसपी ने कहा कि महिला सुरक्षित है। अंधविश्वास के चक्कर में जिन ग्रामीणों ने गलत कदम उठाया है, उसपर कार्रवाई होगी। इस तरह की घटनाओं के कारण झारखंड में अंधविश्वास बढ़ता जा रहा है और लोगों के बीच जनजागरूकता चलाने की आवश्यकता है।

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