
जमशेदपुर: अभी झारखंड के जामताड़ा से पंजाब के मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह की पत्नी से ठगी का मामला शाुत ही नहीं हुआ था वहीं अब मध्यप्रदेश के डीएम से ठगी का मामला सामने आने पर पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है। मध्य प्रदेश सतना जिले के डीएम डा. सत्येंद्र कुमार सिंह का नकली फेसबुक आइडी बनाकर उनके परिचित से 20 हजार रुपए ठगने वाले छह आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार लोगों में गोलमुरी नामदा बस्ती का पुष्पाकर आर्या, कदमा उलियान शिवजी पथ का योगेंद्र अग्रवाल उर्फ चंदन अग्रवाल, इच्छापुर ग्वाला पाड़ा का बिट्टू सतपथी, मीरुडीह बस्ती का अमित कुमार सिन्हा, धनबाद का कुणाल गोस्वामी और पुरुलिया के बलरामपुर का अमर दत्ता शामिल हैं। पुलिस इसी मामले के पटना गांधी मैदान के समीप रहने वाले राकेश कुमार झा की तलाश कर रही है। राकेश उक्त सभी को नकली फेसबुक आइडी बनाकर देता था। इसके बाद लोगों को ठगने का काम होता था। गिरफ्तार सभी को आरोपियों को मध्य प्रदेश पुलिस ने सीजेएम की अदालत में प्रस्तुत कर ट्रांजिट रिमांड पर सतना ले गई। गिरफ्तार लोगों के पास से छह मोबाइल फोन, पीएनबी व इंडियन बैंक के चार एटीएम कार्ड और पीएनबी का एक चेकबुक बरामद किया गया है। डीएम से रुपये ठगने के बाद पुष्पाकर आर्या के सोनारी स्थित एक बैंक खाते में ट्रांसफर हुए थे। इस संबंध में सतना थाने में डीएम के नाम पर ठगी करने का आरोप लगाते हुए 31 जुलाई को मामला दर्ज किया गया था।
घटना के दो दिनों बाद सतना पुलिस शहर आई थी। पुलिस को सूचना दिया कि अपराधियों द्वारा फेसबुक में फर्जी आईडी बनाकर लोगों से बैंक खाता संख्या 6551717131 और दूसरा खाता 0225000394912 खाता संख्या में रुपए डालने के लिए बोला जा रहा हैं। इसकी जानकारी एसएसपी अनूप बिरथरे ने पत्रकारों को दी। कदमा थानेदार विनय कुमार के नेतृत्व में जांच की गई। मौके पर सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट, साइबर थाने के उपेंद्र कुमार मंडल आदि लोग थे।
एसएसपी ने बताया कि साइबर अपराध करने वाले योगेंद्र, बिट्टू और अमित कुमार ने पुष्पाकर समेत अन्य कईयों का बैंक में खाता खुलवाकर उनका एटीएम कार्ड व पासबुक अपने पास रखते थे। इसके बाद ठगी की राशि को खाते में ट्रांसफर करने के बाद उसे एटीएम के जरिए निकाल लेते थे। धनबाद का कुणाल गोस्वामी और बिट्टू दोनों पूर्व परिचित हैं।
खाता खोलवाने के बाद एटीएम अमित, कुणाल, पटना का राकेश अपने पास रखते थे। ठगी गई राशि को सभी लोग आपस में बंटवारा करते थे। योगेंद्र और बिट्टू सतपति दोनों नकली फेसबुक आइडी के जरिए अपने को परिचित बताकर सामने वाले को अपने जाल में फंसा कर ठगी का शिकार बनाते थे। पुलिस की छानबीन में पता चला है कि अमित कुमार पूर्व में भी कदमा से नकली दस्तावेज बनाने के आरोप में जेल गया था। अन्य लोगों का पुलिस आपराधिक इतिहास खंगाल रही है।
