डॉ शीन अख्तर – जीवनी एंव साहित्यिक सेवायें पर कार्यशाला में उनको उत्कृष्ट साहित्यिकार के रूप में बताया गया

Jharkhand झारखण्ड साहित्य-संस्कृति

मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
रांची: राष्ट्रीय उर्दू विकास परिषद नई दिल्ली के वित्तीय अनुदान और क्रिएटिव मिशन झारखण्ड के तत्वावधान मैं शीर्षक डॉ शीन अख्तर – जीवनी एंव साहित्यिक सेवायें पर राज्य स्तरीय एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि राष्ट्रीय उर्दू विकास परिषद , नई दिल्ली के उपाध्यक्ष डॉ शाहिद अख्तर ने शमा रौशन कर सेमिनार का विधिवत उद्घाटन किया और अपने सम्बोधन में कहा कि डॉ शीन अख्तर उर्दू के बड़े विद्वान थे जो डोरंडा कालेज के व्याख्याता से अपना सफर शरू कर रांची विश्वविद्यालय के कुलपति पद तक पहुंचे ।

उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए डॉ अनवार अहमद खान ने अपने सम्बोधन में कहा कि शीन साहब एक कर्मठ शिक्षाविद और पदाधिकारी थे जिन्हें समस्याओं के समाधान में महारत हासिल थी । राँची के शायर , शिक्षाविद और समाजसेवी नसीर अफ़सर व कोडरमा के पूर्व डी डी सी हसीब अख्तर को मोमेंटो और शाल के साथ मुख्य अतिथि के हाथों लाइफ टाईम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मनित किया गया । विशिष्ट अतिथि हसीब अख्तर और राँची ग्रामीण एस पी नौशाद आलम ने भी अपने विचार रखे । निबन्धकार गढ़वा के डॉ मक़बुल मंज़र , हज़ारीबाग़ के डॉ फरहत हुसैन खुशदिल , धनबाद के इम्तियाज़ गदर , साहेबगंज से शैदाई , रांची से डॉ आलमगीर साहिल, डॉ हिदायतुल्लाह , मो दानिश अयाज़ आदि ने अपने पेपर पढ़े । तकनीकी सत्र की अध्यक्षता डॉ कहकशां परवीन , उर्दू विभागाध्यक्ष , रांची विश्वविद्यालय ने की । दोनों सत्रों का संचालन शायर नसीर अफ़सर ने की । स्वागत सम्बोधन बदरे वक़ार और धन्यवाद ज्ञापन क्रिएटिव मिशन झारखण्ड की सचिव महमूदा तबस्सुम ने किया ।

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