त्रिभाषा शब्दकोश फिजिक्स (अंग्रेजी – हिंदी – संथाली) की शब्दावली रूपांतरण हेतु पांच दिवसीय बैठक की विधिवत शुरुआत सरला बिरला विश्वविद्यालय में

Jharkhand झारखण्ड देश शिक्षा जगत साहित्य-संस्कृति

मुखर संवाद के लिये शिल्पी यIदव की रिपोर्टः-
रांची : भारत सरकार के उच्च शिक्षा विभाग के वैज्ञानिक और तकनीकी शब्दावली आयोग की ओर से 11 मई से 15 मई 2023 तक त्रिभाषा शब्दकोश फिजिक्स (अंग्रेजी – हिंदी – संथाली) की शब्दावली रूपांतरण हेतु पांच दिवसीय बैठक की विधिवत शुरुआत सरला बिरला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर गोपाल पाठक, कुलसचिव प्रो विजय कुमार सिंह एवं शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार शब्दावली आयोग के असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ ब्रजेश कुमार सिंह आदि के द्वारा सरला बिरला विश्वविद्यालय के नर्सिंग ब्लॉक के सेमिनार हॉल में संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के वैज्ञानिक और तकनीकी शब्दावली आयोग के असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ ब्रजेश कुमार सिंह ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत क्षेत्रीय व स्थानीय भाषाओं में शब्दावली निर्माण की दिशा आयोग के द्वारा किए गए कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आठ भाषाओं में इंजीनियरिंग की शब्दावली बन चुकी है । उन्होंने पांच दिवसीय इस मीटिंग के आवश्यकता, उद्देश्यों आदि के बारे में विस्तृत चर्चा की। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गोपाल पाठक ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 अवश्य ही आधुनिक भारत के नव निर्माण की पहली ईंट साबित होगी। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद अभी तक केवल और केवल अंग्रेजी हावी रहा, क्षेत्रीय एवम स्थानीय भाषाओं एवम उसके भाषियों के साथ उपेक्षा होते रहे। उन्होंने बैठक में शामिल हो रहे सभी प्रतिभागियों को निष्ठा पूर्वक उद्देश्य की प्राप्ति के लिए सहभागी बने रहने की अपील करते हुए कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में स्थानीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए ट्रांसलेटर कि आज काफी मांग बढ़ी है। हर रीजनल लैंग्वेज के अच्छे ट्रांसलेटर की भूमिका काफी बढ़ गई है।

विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी डॉ प्रदीप कुमार वर्मा ने बैठक में शामिल हो रहे सभी प्रतिभागियों के अभिनंदन करते हुए अधिक से अधिक स्थानीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं को महत्व दिए जाने की बात कही है। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर विजय कुमार सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लागू होने से क्षेत्रीय व स्थानीय भाषाओं में प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा प्रदान करने की योजना के तहत भाषायी रूपांतरण अति आवश्यक हो गया है। उन्होंने आयोजन समिति को धन्यवाद देते हुए बैठक में शामिल हुए सभी प्रतिभागियों से इस गंभीर एवं महत्वपूर्ण बैठक में सभी से सकारात्मक सहयोग की अपेक्षा की। 5 दिवसीय चलने वाले इस बैठक में नित्य सुबह 9ः00 बजे से लेकर शाम के 5ः00 बजे तक फिजिक्स के विभिन्न शब्दों का त्रिभाषा यानी अंग्रेजी, हिन्दी एवं संथाली भाषा शब्दकोश में रूपांतरण किया जाएगा।

बैठक में नेशनल ट्रांसलेशन मिशन मैसूर, कर्नाटक के डॉक्टर मीनाक्षी जी मुर्मू, एसपी कॉलेज दुमका के सहायक प्राध्यापक डॉ धनंजय कुमार मिश्रा, डॉ नृपेन्द्र पाठक, सिद्धो कान्हो विश्वविद्यालय के संथाली विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ ठाकुर प्रसाद मुर्मू, डॉ शर्मिला सोरेन, डॉ विलियम हांसदा, डॉ संदीप कुमार, श्री हरीबाबू शुक्ला, डॉ सुबानी बाड़ा, डॉ भारद्वाज शुक्ल, डॉ नित्या गर्ग सहित कई शिक्षाविद शामिल रहे।
बैठक में अतिथियों का परिचय एवं स्वागत अभिभाषण फिजिक्स की सहायक प्राध्यापिका डॉ नित्या गर्ग के द्वारा प्रस्तुत किया गया एवं अंत में धन्यवाद ज्ञापन की औपचारिकता नर्सिंग के समन्वयक एवं प्रशासक आशुतोष द्विवेदी के द्वारा पूरी की गई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *