
दुमका: विधानसभा चुनाव के पहले दुमका में बड़ी नक्सली घटना को अंजाम देने के इरादे से भारी विस्फोटक और हथियार करामद कर पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। पुलिस की ओर से नक्सली हमले की सूचना और विधानसभा चुनाव के पहले गड़बड़ी को लेकर पुलिस की कार्रवाई में सफलता हासिल हुई है। दुमका पुलिस और एसएसबी के संयुक्त ऑपरेशन में गोपीकांदर प्रखंड के सरखी पहाड़ से भारी मात्रा में विस्फोटक व नक्सली सामान बरामद किया गया। सोमवार को एसपी वाईएस रमेश ने प्रेसवार्ता कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नक्सलियों ने महुआगड़ी पहाड़ी पर गोली, विस्फोटक, डिटोनेटर्स, कोटेड वायर, नक्सली साहित्य, वर्दी आदि छिपाकर रखा था जिसे बरामद किया गया है। संबंधित धाराओं के तहत इस मामले में गोपीकांदर थाना में मामला दर्ज किया गया है। एसपी के अनुसार , आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर काठीकुंड एवं गोपीकांदर क्षेत्र अंतर्गत उग्रवादियों के खिलाफ ये कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि उग्रवाद प्रभावित इलाकों में छापेमारी के लिए रविवार को उनके निर्देश पर पुलिस अधीक्षक अभियान रतिंद्र चंद्र मिश्रा एवं एसएसपी तथा जिला पुलिस बल के संयुक्त टीम का गठन किया गया था। छापेमारी के दौरान टीम चंद्रमाली, बाकीजोड़ मोरगोज्जा, कुरचो, पोखरिया जैसे जंगलों में पहुंची। इसके बाद टीम सरखी पहाड़ पहुंची तो अपर पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी पदाधिकारियों एवं बलों को एकत्र कर निर्देश दिया गया कि उग्रवादी जोनल कमांडर विजय दा उर्फ नंदलाल मांझी के निर्देश पर सक्रिय सदस्यों सुधीर किस्कु, निशिकांत दा, देवी देहरी, पतरस देहरी एवं अन्य छह से सात उग्रवादियों ने विधानसभा चुनाव के दौरान उपद्रव मचाने के लिए भारी मात्रा में विस्फोटक सरखी पहाड़ पर छिपाकर रखा है। छापेमारी एवं सर्च अभियान के दौरान टीम ने भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया। एसपी ने बताया कि बरामद विस्फोटक अत्यंत संवेदनशील होने के कारण उन्हें घटनास्थल पर ही नष्ट कर दिया गया और उसके अवशेष को जब्त किया गया है। विधानसभा चुनाव में ही पिछले 2014 में दुमका में नक्सालियों ने बड़ी घटना को अंजाम दिया था जिसमें कई पुलिसकर्मी शहीद हुए थे।
