
खरसावां: सरायकेला-खरसावां के ग्रामीणों के बीच दहशत का आलम है। नक्सलियों के गतिविधियों के कारण ग्रामीण दहशत के साये में जीने को मजबूर है। खरसावां के रिड़िगंदा के बुरूबेड़ा.रायसिंदरी के बीच पहाड़ी पर हुई नक्सली आईईडी धमाके से ग्रामीण दहशत में हैं। कुछ भी कहने.बताने से इनकार कर रहे हैं। उन्हें तरह तरह की भय सताने लगी है। लैंडमाइंस विस्फोट के धमाके की गूंज उनके कानों में अभी भी गूंज रही है। ग्रामीणों के अनुसार, सुबह बम विस्फोट की जोरदार आवाज हुई। कई बम विस्फोट के आवाज सुनने का दावा कर रहे है।खरसावां के हुड़ागंदा सूरू सिंचाई परियोजना साइट में 21 मई को तीन आईईडी विस्फोट कर तीन जवानों को नक्सलियों ने जख्मी कर दिया था। सैप के जवान बिहार के जहानाबाद निवासी माखन सिंह का बायां हाथ और पेट में गोली लगी थी। जबकि बिहार के आरा निवासी हवलदार हरेराम सिंह के बाएं हाथ में गोली लगी थी। वहीं चाईबासा के चिमीहातु निवासी सह झारखंड पुलिस के कृष्णा कुदादा के चेहरे व सर पर चोट लगी है। नक्सलियों ने 23 जून 2016 की रात हुडांगदा में सुरु सिंचाई परियोजना के निर्माण कार्य में लगी दो पोकलेन मशीनए एक ट्रेलरए चार हाईवाए एक डोजर मशीन सहित कुल आठ वाहनों को फूंक डाला था। इसके अलावा ड्राइवर और खलासियों के साथ मारपीट की थी। वहीं वन विभाग के दो पुराने भवनों को ब्लास्ट कर उड़ा दिया। ग्रामीण यह चाह रहे हें कि पुलिस उनके साथ किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं करें इसये लेकर वे अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं।
