बोकारो से शशिकांत की रिपेार्टः-
बोकारो: झारखंड में फिर से नक्सलियों ने अपना सिर उठाया हैं। पिछली सरकार में नक्सलियों के सफाये के दावे को झुठलाते हुए नक्सलियों ने फिर से पुलिस के साथ राज्य में मुठभेड़ करते हुए दिख रहे हैं। गोमिया ब्लॉक के चतरोचट्टी थाना क्षेत्र के राजदरवा गांव स्थित जंगल में रविवार को पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। इस दौरान दोनों से ओर घंटों करीब 100 राउंड फायरिंग होती रही। वहीं, पुलिस को खुद पर भारी पड़ता देख नक्सली भाग निकले। पुलिस फिलहाल क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चला रही है। नक्सलियों से मुठभेड़ में सीआरपीएफ और जिला पुलिस शामिल थी। सुरक्षा बलों को गुप्त सूचना मिली थी कि जंगल में नक्सली कमांडर मिथिलेश सिंह उर्फ दुर्योधन महतो का दस्ता मौजूद है। इसी सूचना के आधार पर सीआरपीएफ और जिला पुलिस के जवान जंगल में गए और सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इसी बीच नक्सलियों की सुरक्षार्मियों पर नजर पड़ी और उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बल के जवानों ने भी फायरिंग की। इसी दौरान मौका देख सारे नक्सली भाग निकले। फायरिंग रुकने के बाद सीआरपीएफ व जिला पुलिस के जवान क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। उधर, चतरोचट्टी थाना के पास डीआइजी प्रभात कुमार और एएसपी पी मुरुगम भी पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। 24 जनवरी की रात गोमिया प्रखंड के लुगू पहाड़ की तलहटी केनरा झरना से 200 मीटर दूर जंगल में नक्सलियों ने एक ठेकेदार के मुंशी रमेश मांझी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वहीं, पिंडरा से टूटीझरना तक सड़क निर्माण में लगे ट्रैक्टर, जेसीबी और मुंशी की बाइक को आग के हवाले कर दिया था। इसके बाद से ही इलाके में नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान तेज कर दिया गया है। इस घटना के बाद पुलिस की ओर से लागातार गश्ती की जा रही हैं वहीं इस घटना के बाद ग्रामीणों में भी दहषत का आलम दिख रहा है।
