नीट यूजी के परीक्षा परिणाम पर उठ रहे सवाल , कैसे मिल गये पूरे के पूरे अंक, फिर से परीक्षा कराये जाने की हो रही है मांग

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मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
रांची:नीट के परीक्षा परिणाम पर सवाल खड़े हो रहे हैं। लगभग 67इ छात्रों को इस परीक्षा में अधिकतम अंक 720 में 720 तक आये हैं जिसे लेकर हंगामा मचा हुआ है। आनेवाले दिनों में असफल छात्रों की ओर से सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन तक की चेतावनी दी गयी है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी का रिजल्ट 4 मई को जारी किया. नीट के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि 67 विद्यार्थियों ने 720 में से 720 अंक हासिल किये हैं। इसके बाद कई परीक्षार्थियों ने छात्रों के अंक बढ़ाये जाने का आरोप लगाया है और कहा है कि इसी वजह से रिकॉर्ड 67 परीक्षार्थियों ने 720 में 720 अंक हासिल किये हैं और इनमें से छह अभ्यर्थी हरियाणा के एक ही परीक्षा केंद्र से हैं. हालांकि, एनटीए ने गड़बड़ी से इनकार किया है. उसने कहा है कि छात्रों द्वारा अधिक अंक प्राप्त करने के पीछे का कारण एनसीइआरटी की पाठ्यपुस्तकों में किये गये बदलाव और परीक्षा केंद्रों पर समय बर्बाद होने की स्थिति में दिये गये अतिरिक्त अंक हैं। मार्क्स हाई आने से कट ऑफ भी 137 अंक से बढ़कर 164 अंक पहुंच गया है. नीट यूजी 2024 का रिजल्ट जारी किए जाने के बाद विद्यार्थियों-अभिभावकों में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की कार्यप्रणाली को लेकर रोष है. जमशेदपुर समेत देश भर के विद्यार्थी एनटीए को ट्रोल कर रहे हैं, सोशल मीडिया पर नए सिरे से परीक्षा लेने के साथ ही धांधली होने का आरोप लगाया जा रहा है. नीट का रिजल्ट विवादों से घिर गया है.

नीट की परीक्षा का रिजल्ट जारी होने के बाद सोशल मीडिया पर एक पीडीएफ वायरल हो रही है. जिसमें दावा किया गया है कि टॉपर लिस्ट के सीरियल नंबर एक जैसे हैं. इतना ही नहीं ये हरियाणा के किसी एक सेंटर के ही अभ्यर्थी हैं. जितने भी सीरियल नंबर एक जैसे दिखाई दे रहे हैं उनमें किसी भी स्टूडेंट का सरनेम नहीं है. इस लिस्ट में 6 विद्यार्थियों को 720 में से 720 नंबर मिले हैं. विद्यार्थी सोशल मीडिया के जरिए यह आरोप लगाया रहे हैं कि सेंटर को मैनेज किया गया था।

परीक्षार्थियों व अभिभावकों ने कहा कि नीट की परीक्षा में विशाखा सुमन नाम की अभ्यर्थी को 719 और यश कटारिया को 718 अंक मिले हैं. जबकि तार्किक रूप से यह कतई संभव नहीं है. बताया कि हर सवाल चार नंबर का होता है. इसमें निगेटिव मार्किंग भी होती है, यानी एक सवाल का गलत उत्तर देने पर एक अंक कटते हैं. अगर कोई छात्र सभी सवालों के सही जवाब देता है तो उसे 720 में से 720 अंक मिलेंगे. अगर एक सवाल छोड़ देता है तो 716 अंक मिलेंगे. जबकि यदि कोई एक सवाल गलत करता है तो उसे 715 अंक मिलेंगे. 718 या 719 अंक किसी भी हाल में मिल ही नहीं सकते हैं. इस अंक को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। नेेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने लगातार लग रहे आरोपों पर अपनी सफाई दी है. सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट डाल कर एनटीए की ओर से बताया गया कि कई परीक्षार्थियों ने शिकायत की थी कि उन्हें एग्जाम सेंटर में अन्य स्टूडेंट्स की तुलना में कम वक्त मिला था. ऐसे विद्यार्थियों ने न्यायालय की शरण ली थी. जिसके बाद एनटीए ने उच्चतम न्यायालय द्वारा 13 जून 2018 को जारी किए गए निर्णय के आधार पर उक्त अभ्यर्थियों को नॉर्मलाइज्ड या ग्रेस मार्क्स दिए गए. इसी मार्क्स के कारण ही इन विद्यार्थियों को 720 में से 718 व 719 अंक प्राप्त हुए हैं। एनटीए नीट 2024 यूजी रिजल्ट को लेकर माहौल गर्म है. इस बार नीट का कटऑफ काफी अधिक बढ़ गया. विद्यार्थियों को नंबर भी अधिक मिले, लेकिन रैंक काफी कम मिले. नीट यूजी पेपर 720 अंकों का होता है. इस बार 650 से ज्यादा अंक हासिल करने वाले विद्यार्थियों का रैंक भी कई हजार में है. इससे उन्हें मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने में परेशानी हो सकती है. अच्छे कॉलेजों में उनके एडमिशन पर प्रतिकूल असर पड़ेगा.

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