
मुखर संवाद के लिये अशोक कुमार की रिपोर्टः-
नयी दिल्ली/ रांची: भाजपा अब अपने संगठन की कमान किसी युवा चेहरें को देने की तैयारी में है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को भाजपा का राष्ट्रीय अघ्यक्ष बनाने की तैयारी चल रही है। जेपी नड्डा के सरकार में वापसी के साथ ही भाजपा में संगठन की कमान नए हाथ में जाना तय हो गया है। नड्डा का कार्यकाल चुनाव को देखते हुए जून तक बढ़ाया गया था। अब जबकि उन्हें सरकार में लाया गया है तो बदलाव की कवायद तेज होगी। नए भाजपा अध्यक्ष के साथ संगठन में भी अहम बदलाव की अटकलें शुरू हो गई हैं।प्रधानमंत्री मोदी के पिछले कार्यकाल में सूचना व प्रसारण मंत्री के रूप में सरकार का चेहरा बने अनुराग ठाकुर इस बार सरकार का हिस्सा नहीं हैं। माना जा रहा है कि उन्हें संगठन में अहम जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
महासचिव बंडी संजय कुमार के सरकार में आने के बाद संगठन में दक्षिण भारत से किसी नए चेहरे को जगह मिल सकती है।माना जा रहा है कि नए अध्यक्ष के चुनाव के बाद संगठन में हर स्तर पर भारी भरकम बदलाव होगा। ध्यान देने की बात है कि 2014 में तत्कालीन अध्यक्ष राजनाथ सिंह के सरकार में जाने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में अमित शाह ने उनकी जगह ली थी। वहीं 2019 में अमित शाह के सरकार में जाने के बाद मोदी की पहली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे जेपी नड्डा को अध्यक्ष बनाया गया था। माना जा रहा है कि संगठन का चेहरा युवा होगा।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नए कैबिनेट में शामिल हो गये हैं.। वे केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण कर लिया है।ं. कैबिनेट में शामिल होने के बाद निश्चित ही उन्होंने पार्टी अध्यक्ष का पद छोड़ना पड़ेगा। लेकिन सवाल उठता है कि नड्डा के बाद बीजेपी की कमान कौन संभालेगा । नड्डा के कैबिनेट में जाने से बीजेपी के नए अध्यक्ष के नाम को लेकर हलचल शुरू हो गई है। कल तक कुछ नाम सामने आ रहे थे- इनमें भूपेंद्र यादव, शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल और धर्मेंद्र प्रधान प्रमुख थे. लेकिन भूपेंद्र यादव, शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल और धर्मेंद्र प्रधान ने भी मोदी कैबिनेट में शपथ ले ली. इसलिए ये सभी लोग भी रेस से बाहर हो गए हैं।
