
धनबादः झारखंड में माॅब लिंचिंग की घटनायें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। झारखंड में फिर एक बार भीड़ ने कानून हाथ में लेने से गुरेज नहीं कर रहे। निरसा थाना क्षेत्र के निरसा कांटा पहाड़ी बस्ती में शुक्रवार सुबह बच्चा चोरी के शक में ग्रामीणों ने अधेड़ की जमकर पिटाई कर दी। घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने अधेड़ को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने शक के आधार पर तीन से चार लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है। मृतक की पहचान रांगामटिया निवासी 50 वर्षीय प्रथम कुमार सिंह के रूप में हुई है। घटना की सूचना के बाद एसडीओ राज महेश्वरम, ग्रामीण एसपी अमन कुमार, एसडीपीओ विजय कुश्वाहा मौके पर पहुंचे। ग्रामीण एसपी ने बताया कि अधेड़ रात करीब दो बजे ग्रामीणों के घरों में ताकझांक कर रहा था। इस दौरान ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद पूछा गया कि क्या करने आए हो तो उसने बच्चा चोरी करने की बात कही। इसके बाद ग्रामीणों ने जमकर उसकी पिटाई कर दी। पिटाई के बाद गंभीर रूप से घायल प्रथम कुमार सिंह को इलाज के लिए पीएमसीएच में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। ग्रामीण एसपी ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। साथ ही इस संबंध में जांच पड़ताल की जा रही है। पुलिस के मुताबिक, मृतक के परिजनों ने बताया कि 2010 से प्रथम सिंह का इलाज चल रहा था। उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। वे अजीब कपड़े पहनते थे और घूम-घूम कर कचरा उठाते रहते थे।
घटनास्थल पर पहुंचे ग्रामीण एसपी अमन कुमार ने बताया कि इस मामले में तीन से चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। साथ ही उन्होंने अपील की कि मॉब लिंचिंग के विरोध में लोगों का जागरूक होना जरुरी है। अगर आप (भीड़) संदेह के आधार पर किसी को पकड़ते हैं तो इसकी सूचना पुलिस को दें और पकड़े गए संदिग्ध के साथ मारपीट न करें। उधर, घटना की सूचना के बाद निरसा के विधायक अरूप चटर्जी थाना पहुंचे और ग्रामीणों का बचाव किया। उधर, झामुमो के नेता अशोक मंडल भी घटना की सूचना के बाद थाना पहुंचे और मृतक के परिजनों के आश्रितों को मुआवजा दिलाने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
