बरही विधायक उमाशंकर अकेला की गुडंई थमने का नाम नहीं ले रही, इंजीनियर की विधायक और समथकों ने की पिटाई

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मुखर संवाद के लिये मुखर संवाददाता
बरही: कांग्रेस के विधायक उमाशंकर अकेला की गुडई थमने का नाम नहीं ले रही है। बरही विधानसभा में आम लोग ही नहीं बल्कि सरकारी अधिकारी तक सुरक्षित नहीं है। उमाशंकर अकेला ने आज अपने समर्थकों के साथ इंजीनियर विश्वजीत कुमार की पिटाई करके यह प्रमाणित कर दिया कि बरही विधानसभा मूें कानून का नहीं बल्कि उमाशंकर अकेला का जंगलराज चल रहा है और उसके नेतृत्व में गुंडे जमकर उत्पात मचा रहे हैं। बरही के गौरिया करमा में बन रहे भारतीय अनुसंधान संस्थान के प्रशासनिक भवन, हॉस्टल भवन सहित सडक निर्माण की जांच के लिए विधायक उमाशंकर अकेला अपने दर्जनों समर्थकों के साथ आज निर्माण स्थल पर पहुंचे। निरीक्षण के दौरान महावीर निर्माण प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा बनाए जा रहे प्रशासनिक भवन का जायजा लिया। वहां उन्होंने निर्माण कार्य में लगाए जा रहे सामग्री की जानकारी देने के साथ ही धमकी भरे लहजे में कहा है कि बरही में काम करना होगा तो उमाशंकर अकेला की मर्जी से ही काम करो। इंजीनियर विश्वजीत कुमार ने कहा है कि बिना उनकी बात सुने विधायक उमाशंकर अकेला ने अपने समर्थकों से कहा कि पहले इसे मारो। तब सही सही बताएगा। इतना सुनते हुए विनोद कुमार यादव ने उनके साथ गाली-गलौज कर मारपीट की।इंजीनियर के अनुसार , विधायक को सब कुछ सही सही बताया गया। बावजूद उनके साथ मारपीट एवं गाली गलौज की गई। उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य सीपीडब्लू के देख रेख किया जा रहा है। विधायक उमाशंकर अकेला ने महावीर निर्माण कंपनी द्वारा बनाए जा रहे प्रशासनिक भवन का काम अनियमितता का आरोप लगाकर बंद करवा दिया। विधायक उमाशंकर अकेला की गुंडई इतने पर ही नहीं रूकी। गौरियाकरमा में मॉडर्न कंपनी के द्वारा बनाए जा रहे हॉस्टल भवन के इंजीनियर श्यामल प्रसाद के साथ भी विधायक समर्थकों ने मारपीट और गालीगलौज तक की।

वहीं विधायक एवं उनके समर्थकों का आरोप है कि भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में बन रहे प्रशासनिक भवन सहित अन्य भवन तथा रोड निर्माण में काफी अनियमितता बरती गई है। इस परिसर में जो सड़क का निर्माण कराया जा रहा है उसकी ढलाई केवल एक इंच ही है। घटिया ईंट एवं रेत का इस्तेमाल सड़क निर्माण में किया जा रहा है। घटिया सीमेंट ढ़लाई के लिये उपयोग किया जा रहा है। कंपनी की ओर से अपनी कमी एवं अनियमितता छिपाने के लिए झूठा आरोप लगाया जा रहा है। विधायक उमाशंकर अकेला ने कहा कि जनप्रतिनिधि होने के नाते उनके क्षेत्र में बन रहे हर आधारभूत संरचना की गुणवत्ता की जांच एवं देखभाल करना उनका कर्तव्य है। गौरियाकरमा में भारतीय अनुसंधान संस्थान परिसर में निर्माण कराने वाले एजेंसियों में महावीर निर्माण कंपनी के अनुसार , सम्पूर्ण निर्माण कार्य केंद्र सरकार कीएजेंसी सीपीडब्लू की ओर से किया जा रहा है। सीपीडब्लू की निगरानी में ही सारे निर्माण कार्य हो रहे हैं। गुणवत्ता की जांच हर सप्ताह उच्च अधिकारियों की ओर से किया जाता है।ऐसे में विधायक एवं उनके समर्थक के द्वारा अनियमितता की बात पूरी तरह गलत है। यदि अनियमितता थी तो विधायक एवं उनके समर्थकों को उचित माध्यम से शिकायत करनी चाहिए। लेकिन, इंजीनियर और अन्य कर्मचारियों के साथ मारपीट उचित नहीं है। इसकी शिकायत राज्य सरकार के अधिकारियों और मंत्रियों से की जायेगी।
लेकिन एक बार फिर बरही के विधायक उमाशंकर अकेला ने इंजीनियर और अधिकारियों की पिटाई कर यह जताने का प्रयास किया गया है कि बरही में कानून विधायक के ठेंगें पर है और कानून भी विधायक के पास पनाह मानता है। झारखं डमें यदि इसी तरह के विधायकों का आचरण रहा तो यहांके हालात बद से बदतर होने की संभावना है और कंपनियां इन इलाकों में काम करने से डरेंगी क्योंकि विधायक के मनमानी के पीछे राज्य सरकार का पूरा संरक्षण प्राप्त है तभी तो बरही के विधायक अपराध करने से पीछे नहीं हट रहे हैं।

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