मुखर संवाद के लिये प्रमिला यादव की रिपोर्ट‘-
नयी दिल्ली : केन्द्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय के दिल्ली स्थित मुख्यालय में बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से पहली बार पूछताछ चल रही. दरअसल जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में दर्ज केस में पूछताछ करने के लिए गुरुवार 18 मई को बुलाया गया था. ऐसे में राबड़ी देवी आज ठीक 11 बजे ईडी मुख्यालय पहुंच गई,उसके बाद एक महिला अधिकारी के नेतृत्व में पूछताछ की प्रक्रिया शुरू हुई। मिली जानकारी के अनुसार जांच एजेंसी द्वारा पिछले दो महीनों के दौरान कई लोगों से की गई. पूछताछ के दौरान दर्ज बयानों और अब तक इस मामले में हुई तफ्तीश के दौरान मिले सबूतों और दस्तावेजों के आधार पर आगे की पूछताछ करने के लिए उन्हें बुलाया और सवाल जवाब किया गया. हालांकि इसी केस मामले में सीबीआई द्वारा राबड़ी देवी से पूछताछ की जा चुकी है. सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर में राबड़ी देवी भी नामजद आरोपी हैं…
नौकरी के बदले जमीन मामले में सीबीआई ने बीते साल 18 मई को केस दर्ज किया था। 18 अक्टूबर को इस मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी गई थी। इस मामले में 16 लोगों को आरोपी बनाया गया था। सीबीआई ने इस मामले में भोला यादव को गिरफ्तार किया था, जो लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहते उनके ओएसडी थे। इस मामले में सीबीआई लालू यादव के बेटे बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से भी तीन बार पूछताछ कर चुकी है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद की पत्नी 68 वर्षीय राबड़ी देवी इस मामले में धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत अपना बयान दर्ज करा रही हैं। वहीं, लालू प्रसाद की बेटी सांसद बेटी मीसा भारती से भी हाल के दिनों में संघीय एजेंसी ने इस मामले में पूछताछ की है।
नौकरी के बदले जमीन का यह मामला 14 साल पुराना है। आरोप हैं कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राबड़ी देवी के पति लालू यादव जब रेलमंत्री थे तो उन्होंने रेलवे में लोगों को नौकरी दिलाने के बदले उनसे जमीन ले ली थी। लालू यादव संयुक्त प्रजातांत्रिक गठबंधन-1 सरकार में 2004 से 2009 तक रेल मंत्री थे। सीबीआई के मुताबिक लोगों को पहले रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर सब्स्टीट्यूट के तौर पर भर्ती किया गया और जब उनके परिवार ने जमीन का सौदा किया तब तब उन्हें स्थायी कर दिया गया।
