
पटना से संजय यादव की रिपोर्ट:-
पटना: यूपी की तर्ज पर बिहार में भी बंद के दौरान जमकर हिंसा हुई जिसके कारण बिहार की धरती भी में भी जमकर हिंसा हुई जिसके शिकार स्थानीय नागरिक हुए। राजद द्वारा सीएए और एनआरसी के विरोध में बुलाए गए बिहार बंद के दौरान पटना के फुलवारी शरीफ में बंद समर्थक और बंद विरोधी भिड़ गए। उपद्रवियों ने फायरिंग की जिससे आठ लोग घायल हो गए। इस दौरान चाकूबाजी भी की गई। मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने बल प्रयोग कर उपद्रव कर रहे लोगों को खदेड़ा। इसके बाद उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस ने भी जवाब में पत्थर फेंके और आंसू गैस के गोले चलाए। टमटम पड़ाव से लेकर सलेमपुर तक करीब एक घंटे तक पूरा इलाका रणक्षेत्र बना रहा। पथराव के चलते 6 पुलिस कर्मी सहित 15 से अधिक लोग घायल हुए हैं। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। डीएम-एसएसपी सहित काफी संख्या में वरीय पुलिस-प्रशासन के अधिकारी तैनात हैं। नागरिकता संशोधन विधेयक व राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के विरोध में आयोजित राष्ट्रीय जनता दल के बिहार बंद के दौरान आज राज्य में कई जगह भारी हिंसा हुई। सबसे बड़ी घटना पटना में हुई, जहां दो गुटों के बीच भिड़त के दौरान जमकर पथराव हुआ। इस दौरान हुई गालीबारी में 11 लोगों को गोली लगी। जबकि, एक को छुरा भी मारा गया। घटना के दौरान पथराव में आधा दर्जन पुलिसकर्मियों सहित दो दर्जन लोग घायल हो गए। पटना में ही आंदोलनकारियों की गुंडई के शिकार मीडियाकर्मी भी हुए। इस दौरान दैनिक जागरण के छायाकार कुमार दिनेश भी घायल हो गए। उधर, औरंगााबद में पथराव में एसडीपीओ सहित आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए। पथराव के दौरान कथित तौर पर पुलिस पर बमबारी भी की गई। मुजफ्फरपुर, भागलपुर व नवादा सहित कई अन्य जगहों पर भी भारी हिंसा की। स्थिति पर नियंत्रण के लिए पुलिस ने जगह-जगह आंसू गैस के गोले छोड़े तथा लाठीचार्ज किया। इससे भी हालात काबू में नहीं आए तो हवाई फायरिंग की।शनिवार को आरजेडी के बिहार बंद के दौरान पटना के फुलवारीशरीफ में दो पक्षों के बीच फायरिंग व पथराव हुआ। गोलीबारी में 13 लोग घायल हो गए। उनमें आठ अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दो पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल तथा एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक व्यक्ति को छुरा भी लगा है। पथराव में छह पुलिस कर्मियों सहित डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना हैं। उनका इलाज स्थानीय अस्पतालों में किया जा रहा है। एम्स के इमरजेंसी विभागाध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि वहां भर्ती 10 लोगों में आठ लोगों को गोली लगी है। जबकि, दो पथराव में घायल हैं। सभी खतरे से बाहर हैं। डीएम कुमार रवि ने बताया कि फुलवारीशरीफ में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 प्रभावी कर दी गई है। एसएसपी गरिमा मलिक ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है। पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिए गए हैं।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बंद के समर्थन में निकला जुलूस टमटम पड़ाव के पास धार्मिक स्थल से गुजर रहा था। इसी दरम्यान सीएए के समर्थन में कुछ लोगों ने नारेबाजी की। दोनों पक्ष में पहले नोकझोंक हुई। कुछ लोग धार्मिक स्थल को नुकसान पहुंचाने लगे। इस पर दोनों ओर से पथराव शुरू हो गया। दोनों ओर से दो दर्जन राउंड फायरिंग भी हुई। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोडने पड़े। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पुलिस ने भी फायरिंग भी की। सिटी एसपी अभिनव राज के नेतृत्व में पुलिस उपद्रवियों की गिरफ्तारी को तलाशी अभियान चला रही है। पटना में हुई हिंसा के बाद प्रशासन ने गंभीर कदम उठायें हैं।
