
मुखर संवाद के लिये अशोक कुमार की रिपोर्टः-
रांचीः बीजेपी की ओर से लोकसभा चुनाव में 21 प्रतिशत से अधिक महिलाओं को टिकट देकर महिलाओं को तवज्जों देने का प्रमाण दिया है। वहीं दूसरी ओर दूसरी पार्टी से आये नेताओ को संसद का टिकट देकर यह साबित कर दिया है कि अब बीजेपी के अंदर पंच निष्ठा का कोई महत्व नहीं है। बीजेपी को अब पंडित दीनदयाल के आदर्शो की नहीं बल्कि सभी राजनीतिक दलों की तरह दागी प्रत्याशी चाहिये जो चुनाव में किसी तरह से जीत दर्ज कर सके।
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बीजेपी ने झारखंड की 14 लोकसभा सीटों में से 13 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। इनमें तीन महिला प्रत्याशी अन्नपूर्णा देवी, गीता कोड़ा व सीता सोरेन हैं। बीजेपी ने कोडरमा से अन्नपूर्णा देवी को टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस से हाल ही में बीजेपी में आयीं गीता कोड़ा को सिंहभूम से टिकट दिया गया है। इधर, झामुमो छोड़कर बीजेपी में आयीं सीता सोरेन को दुमका से प्रत्याशी बनाया गया है। झारखंड की चतरा, धनबाद और दुमका लोकसभा सीट से बीजेपी के प्रत्याशियों की घोषणा कर दी गयी। चतरा से जहां कालीचरण सिंह को टिकट दिया गया है, वहीं धनबाद लोकसभा सीट से बीजेपी ने ढुलू महतो को अपना प्रत्याशी बनाया है। हाल ही में पार्टी में आयी पैस्े लेकर वोट देने की आरोपी सीता सोरेन को दुमका से उम्मीदवार बनाया गया है। सीता सोरेन के उपर लगे भ्रष्टाचार को अब बीजेपी के नेता वाशिंग मशीन में धो देंगें। चतरा संसदीय सीट से कालीचरण सिंह भूमिहार जाति से आते हैं लेकिन बाबूलाल मरांडी के करीबी होने के कारण उनको टिकट बाबूलाल मरांडी की जिद के कारण मिली है। भूमिहार की आबादी चतरा में नहीं है लेकिन भूमिहार के बीजेपी में वर्चस्व होने के कारण बीजेपी के टिकट पर लोकसभा जाने का रास्ता चतरा से बाबूलाल मरांडी ने बनाया है।
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बीजेपी ने इससे पहले अन्य प्रत्याशियों की घोषणा कर दी थी। पिछले दिनों जारी बीजेपी की लिस्ट में दुमका से सुनील सोरेन के नाम की घोषणा की गयी थी, लेकिन अब इनकी जगह झारखंड मुक्ति मोर्चा छोड़कर बीजेपी में आयीं सीता सोरेन को उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं सुनील सोरेन को पार्टी ने घोषणा कर उनसे टिकट छीन लिया है। सुनील सोरेन की पार्टी में जिस तरह से बेइज्जती की है उससे लगता इहै कि समर्पित कार्यकर्ताओं की भाजपा में केवल किरानी और चपरासी की हैसियत रह गयी है। तीनों लोकसभा सीटों पर नए चेहरों को मौका दिया गया है। झारखंड की 14 लोकसभा सीटों में तीन सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा के साथ कुल 13 सीटों पर बीजेपी प्रत्याशी घोषित किए चुके हैं. इनमें अन्नपूर्णा देवी, गीता कोड़ा व सीता सोरेन तीन महिलाएं शामिल हैं। झारखंड की चतरा लोकसभा सीट से कालीचरण सिंह को बीजेपी ने उतारा है. सुनील कुमार सिंह का पत्ता इस बार कट गया. उनकी जगह भारतीय जनता पार्टी ने कालीचरण सिंह पर भरोसा जताया. धनबाद लोकसभा सीट से सांसद पीएन सिंह (पशुपति नाथ सिंह) का पत्ता काटकर इस बार ढुलू महतो को प्रत्याशी बनाया गया है। दुमका से सीता सोरेन को सुनील सोरेन की जगह उम्मीदवार बनाया गया है. ये हाल ही में झामुमो छोड़कर बीजेपी में शामिल हुई हैं. इन तीनों सीटों पर बीजेपी ने नये चेहरों को अवसर दिया है।
चतरा लोकसभा सीट से बीजेपी ने इस बार सुनील कुमार सिंह का पत्ता काट दिया और कालीचरण सिंह को मौका दिया है। ये झारखंड के चतरा जिले के सोनबीघा गांव के रहनेवाले हैं. ये फिलहाल बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। बाबलाल मरांडी के जेवीएम में काफी दिनां तक बाबूलाल मरांडी की वफादारी की है जिसका ईनाम बाबूलाल मरांडी ने बीजेपी के केन्द्रीय नेतृत्व से दिलवाया है। सीता सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा से जामा विधानसभा से विधायक थीं। हाल ही में उन्होंने झामुमो छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था। इन्होंने न सिर्फ झामुमो के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था, बल्कि विधानसभा से भी त्यागपत्र दे दिया था। ये दिशोम गुरु शिबू सोरेन की बड़ी बहू, स्व. दुर्गा सोरेन की पत्नी और झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की भाभी हैं। बीजेपी में शामिल होने के बाद इनकी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गयी थी. इन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गयी है. लेकिन राज्य सरकार की ओर से उनको जेड श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने में असमर्थता जाहिर की गयी है। वहीं ढुलू महतो बीजेपी से विधायक हैं. धनबाद के बाघमारा विधानसभा क्षेत्र का वे प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इस बार भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 में उन्हें मौका दिया है. पीएन सिंह का पत्ता काटकर बीजेपी ने उन पर भरोसा जताया है। बीजेपी के केटे के सभी लोकसभा सीटों की घोषणा हो चुकी है पहले ही बीजेपी पहले ही झारखंड की 11 लोकसभा सीटों के उम्मीदवार घोषित कर चुकी है, लेकिन दुमका से सुनील सोरेन की जगह अब सीता सोरेन को प्रत्याशी बनाया गया है। रांची से संजय सेठ, खूंटी से अर्जुन मुंडा, राजमहल से ताला मरांडी, कोडरमा से अन्नपूर्णा देवी, सिंहभूम से गीता कोड़ा, गोड्डा से निशिकांत दुबे, पलामू से विष्णुदयाल राम, जमशेदपुर से विद्युतवरण महतो, लोहरदगा से सुदर्शन भगत की जगह समीर उरांव, हजारीबाग लोकसभा सीट से जयंत सिन्हा की जगह मनीष जायसवाल को प्रत्याशी बनाया गया है
