मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
रांची :बीजेपी की ओर से अपने कोटे के सभी 13 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर कई दांव खेले हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में झारखंड में सर्वाधिक वोटों से जीतने वाले धनबाद के सांसद पीएन सिंह का टिकट भाजपा ने काट दिया है। पीएन सिंह लगातार तीन बार से धनबाद के सांसद थे। वहीं, पीएन सिंह का टिकट काटकर बाघमारा के विधायक ढुलू महतो को भाजपा ने धनबाद का प्रत्याशी बनाया है।ढुलू महतो बाघमारा से विधानसभा चुनाव में हैट्रिक लगा चुके हैं। वह लगातार तीन बार से बाघमारा से विधानसभा का चुनाव जीत रहे हैं। ढुलू का विधानसभा क्षेत्र धनबाद लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा नहीं है। बाघमारा विधानसभा क्षेत्र गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। ढुलू करीब आधा दर्जन से अधिक दावेदारों को पछाड़कर भाजपा का टिकट हासिल करने में सफल रहे हैं।
धनबाद से सांसद पीएन सिंह के अलावा धनबाद के विधायक राज सिन्हा, निवर्तमान मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल, बोकारो के विधायक बिरंची नारायण, झरिया विधानसभा क्षेत्र की नेता रागिनी सिंह, कोडरमा के पूर्व सांसद रवींद्र कुमार राय एवं गिरिडीह के पूर्व सांसद रवींद्र कुमार पांडेय भी टिकट के प्रबल दावेदार थे। टिकट के लिए सभी ने रांची से लेकर दिल्ली तक दौड़ लगाई थी। इस दौड़ में ढुलू सभी पर भारी पड़े। सांसद पीएन सिंह के नाम पर आम सहमति थी, लेकिन ढलती उम्र के कारण पार्टी ने उन्हें चौका लगाने के लिए मैदान में नहीं उतारा। निर्दलीय विधायक सरयू राय का भी नाम भी दावेदार के रूप में बराबर आते रहा। इधर, ढुलू महतो को टिकट मिलने पर जहां ग्रामीण क्षेत्रों में जश्न का माहौल है, वहीं शहरी क्षेत्रों के भाजपा समर्थक चुप्पी साधे हुए हैं। भाजपा के प्रमुख नेता भी कुछ बोलने से परहेज कर रहे हैं।सीता सोरेन के भाजपा में शामिल होने के बाद से ही इस बात की अटकलें लगाई जा रही थीं कि वह दुमका से उम्मीदवार बनाई जा सकती हैं। यहां पिछले चुनाव में शिबू सोरेन को हराने वाले सांसद सुनील सोरेन का टिकट काटा गया है। वहीं, पीएन सिंह अधिक उम्र हो जाने के कारण टिकट नहीं पा सके।
दूसरी ओर, चतरा में स्थानीय समीकरणों व नेताओं के फीडबैक के आधार पर कालीचरण सिंह पर दांव लगाया गया। पेशे से शिक्षक रहे कालीचरण सिंह की सक्रियता और प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी से उनकी निकटता यहां सुनील सिंह पर भारी पड़ी।चतरा के सांसद सुनील सिंह ने रविवार को एक्स पर भावुक पोस्ट कर दिन में ही इस बात के संकेत दिए थे कि पार्टी इस सीट से किसी अन्य को प्रत्याशी बना सकती है। हालांकि, सांसद ने अपने पोस्ट में इस संबंध में कुछ स्पष्ट नहीं लिखा, लेकिन इशारों-इशारों में संकेत दे दिए थे। अपने पोस्ट में सुनील सिंह ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के साथ ही चतरा लोकसभा क्षेत्र की जनता के प्रति आभार जताया। उन्होंने लिखा कि आप सबों का आभार, जिन्होंने मेरे जैसे कार्यकर्ता को 10 वर्ष तक चतरा लोकसभा परिवार की सेवा करने का अवसर दिया। पोस्ट में उन्होंने चतरा लोकसभा क्षेत्र परिवार का उल्लेख करते हुए विशेष आभार जताया है कि उन्हें 10 वर्षों तक सहयोग और आशीर्वाद दिया।
दुमका के सांसद सुनील सोरेन ने टिकट कटने के बाद कहा कि मैं भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्णय को हृदय से स्वीकार करता हूं और दुमका लोकसभा क्षेत्र के भाजपा के सभी सम्मानित पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और मतदाताओं से पार्टी हित में दल के शीर्ष नेतृत्व के निर्णय को स्वीकार करने का आग्रह करता हूं। उन्होंने अपने पोस्ट में अबकी बार, भाजपा 400 पार.. का नारा दोहराया। साथ ही कहा कि मेरे जैसे छोटे से कार्यकर्ता को भाजपा ने विधायक और सांसद बनाया, दुमका लोकसभा क्षेत्र से लगातार तीन बार लड़ाया। इसके लिए आदरणीय प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय अध्यक्ष, केन्द्रीय गृह मंत्री सहित पूरे राष्ट्रीय और प्रदेश नेतृत्व के प्रति आभार व्यक्त करता हूं। मैं भाजपा के एक निष्ठावान सिपाही के रूप में पार्टी की सेवा करता रहूंगा। सबको होली की हार्दिक शुभकामनाएं।- सुनील सोरेन
रविवार दोपहर ही चतरा से सांसद सुनील सिंह ने इंटरनेट मीडिया एक्स पर पोस्ट कर दस साल काम करने का अवसर देने के लिए पार्टी नेतृत्व का आभार जताया था। उनके इस पोस्ट के बाद ही कयास लगाए जा रहे थे कि पार्टी उन्हें टिकट नहीं दे रही है।
