भाजपा के बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने राहुल गांधी को अनपढ़ छात्र बताया

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मुखर संवाद के लिये वाशिंगटन डीसी से अमित श्रीवास्तव की रिपोर्टः-

वाशिंगटन डीसी: पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का उपहास केवल भाजपा के नेता उन्हें पप्पू कहकर उड़ाते थे लेकिन अब राहुल गांधी का उपहास अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी उड़ाये जा रहे हैं। अब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने राहुल गांधी के ासंबंध ममें अपने किताब में जिक्र कर एक बार फिर से राहुल गांधी के विरोधियों को बोलने का मौका दे दिया है। अमेरिका के पूर्व राष्‍ट्रपति बराक ओबामा ने राहुल गांधी को एक बार फिर चर्चा में ला दिया है। साथ ही मोदी सरकार को कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष पर हमला करने का बड़ा मौका दे दिया है। ओबामा ने अपने संस्मरण ए प्रॉमिस्ड लैंड में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की शख्सियतों पर खुलकर अपनी बात रखी है। अमेरिका के पहले अफ्रीकी-अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने अपने कार्यकाल में दो बार 2010 और 2015 में भारत की यात्रा की थी। न्यूयॉर्क टाइम्स ने ओबामा के संस्मरण ए प्रॉमिस्ड लैंड की समीक्षा की गई है। इसमें पूर्व राष्ट्रपति ने दुनियाभर के राजनीतिक नेताओं के अलावा अन्य विषयों पर भी बात की है। बराक ओबामा का कहना है कि कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष राहुल गांधी में एक ऐसे घबराए हुए और अनगढ़ छात्र के गुण हैं, जो अपने टीचर को इंप्रेस करने की पूरी कोशिश करते हैं, लेकिन उसमें विषय में महारत हासिल करने की योग्यता और जूनून की कमी है। ओबामा ने संस्मरण में राहुल की मां और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का भी जिक्र किया है। समीक्षा में कहा गया है, हमें चार्ली क्रिस्ट और रहम एमैनुएल जैसे पुरुषों के आकर्षित होने के बारे में बताया जाता है। हालांकि, महिलाओं के सौंदर्य के बारे में नहीं जिक्र किया जाता है। सिर्फ एक या दो उदाहरण ही अपवाद हैं जैसे सोनिया गांधी।श् समीक्षा में कहा गया है कि अमेरिका के पूर्व रक्षा मंत्री बॉब गेट्स और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह दोनों में बिलकुल ओबामा ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन को मजबूत और चालाक बॉस बताया है। समीक्षा में कहा गया है पुतिन, ओबामा को शिकागो मशीन चलाने वाले मजबूत, चालाक बॉस की याद दिलाते हैं। शारीरीक रूप से वह साधारण हैं। ओबामा का 768 पन्नों का यह संस्मरण 17 नवंबर को बाजार में आने वाला है। इस किताब आने का इंतजार राहुल गांधी से अधिक भाजपा के नेता अब कर रहे हैं।

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