

मुखर संवाद के लिये धनबाद से एम. अली और हजारीबाग से संजय यादव की रिपोर्टः-
धनबाद/ हजारीबाग: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से पीएमसीएच का नामांकरण निर्मल महतो मेडिकल किाॅलेज और हाॅस्पीटल करने और हजारीबाग मेडिकल कौलेज का नामाकरण शेख भिखारी मेडिकल काॅलेज और हाॅस्पीटल करने की घोषणा का भाजपा की ओर से विरोध किया गया हैै। धनबाद सांसद पीएन सिंह ने पीएमसीएच का नाम झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता निर्मल महतो के नाम पर करने का विरोध किया है। सांसद पीएन सिंह ने कहा कि निर्मल महतो का धनबाद से कोई वास्ता नहीं रहा। पिछले ही वर्ष ही तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास से धनबाद के नेताओं ने पीएमसीएच का नाम पूर्व सांसद एके राय के नाम पर करने की मांग की थी। ए.के राय भाजपा नेता नहीं थे, लेकिन यहां के पूर्व सांसद थे। झारखंड आंदोलन में उनकी भूमिका थी। अपनी ईमानदारी के लिए सभी दलों के कार्यकर्ताओं के बीच सम्मानित थे। उनके नाम पर अगर पीएमसीएच का नामकरण होता तो अच्छा रहता। सांसद ने कहा है कि आश्चर्य की बात है कि झारखंड आंदोलन के पुरोधा एके राय के साथ भी हेमंत सरकार राजनीति कर गई। मुख्यमंत्री हेमंत सरकार को जानना चाहिए कि झारखंड निर्माण में एके राय की भी भूमिका रही है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक नेताओं में एके राय शामिल रहे हैं। माकर्््सवादी युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष पवन महतो ने भी एके राय के नाम पर पीएमसीएच का नाम करने की वकालत की है। हजारीबाग के स्थानीय विधायक मनीष जायसवाल ने कहा है कि हजारीबाग के मेडिकल काॅलेज का नामाकरण किसी स्थानीय शहीद के नाम पर करना चाहिये था क्योंकि इससे स्थानीय शहीदों के नाम पर मेडिकल काॅलेज होने पर हजारीबाग की जलनता बेहद ही गौरवांन्वित होती।
