भारत में निर्माण क्षेत्र में हुए क्रांतिकारी परिवर्तनों का श्रेय भारत रत्न मोक्षगुंडम् विश्वेसरैया को दिया गया, अभियंता दिवस पर आयोजित सरला बिरला विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में

Jharkhand उत्तरप्रदेश झारखण्ड देश बिहार शिक्षा जगत साहित्य-संस्कृति


मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
रांची: सरला बिरला विश्वविद्यालय में भारत रत्न मोक्षगुंडम् विश्वेसरैया की जयंती पर मनाए जानेवाले अभियंता दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सी जगनाथन ने कहा कि बताया कि विश्वेसरैया भारत के महान इंजीनियरों में एक थे। उन्होंने आधुनिक भारत की रचना की और भारत को एक नई पहचान दिलाई। विद्यार्थियों को उनके जीवन से शिक्षा लेनी चाहिए। विदेश भ्रमण के दौरान वहां अर्जित ज्ञान का उनके भारत में उपयोग करने के बारे में भी उन्होंने विस्तार से बताया। कार्यक्रम में एसबीयू के महानिदेशक प्रो गोपाल पाठक ने विश्वेसरैया की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए भारत में निर्माण क्षेत्र में हुए क्रांतिकारी परिवर्तनों का श्रेय उन्हें दिया।

विश्लेषण और उनकी अद्वितीय क्षमता पर बोलते हुए उनके भारत रत्न से पुरस्कृत किए जाने एवं उनके कृतित्व की भी उन्होंने विशेष तौर पर चर्चा की। इस अवसर पर डॉ. नीता वर्मा और डॉ. दुर्गा ने भी अपने विचार प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में विश्वेसरैया के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। विवि के प्रतिकुलाधिपति बिजय कुमार दलान और राज्यसभा सांसद डॉ प्रदीप कुमार वर्मा ने अभियंता दिवस के अवसर पर विश्वेसरैया को श्रद्धांजलि अर्पित किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *