
रांची : झारखंड में ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा पर अपना शिकंजा कसना एक बार फिर से शुरू कर दिया है। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की राजधानी रांची के मेसरा इलाके की करीब एक एकड़ जमीन पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कब्जा कर लिया है। यहां कोड़ा के दो प्लॉट हैं, जिसे कब्जे में लिया गया है। ईडी की टीम पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की आय से अधिक संपत्ति के मामले की जांच कर रही है। इसी सिलसिले में यह कार्रवाई की गई है। मधु कोड़ा जब मुख्यमंत्री बने तो वे निर्दलीय विधायक थे। इसके पूर्व भाजपा की टिकट पर जीतकर बाबूलाल मरांडी सरकार में उन्हें मंत्री बनने का मौका मिला था। बाद में 2005 में भाजपा ने उन्हें टिकट देने से इन्कार कर दिया और इसके बावजूद कोड़ा निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीत गए। विधायक बनने के बाद अर्जुन मुंडा की सरकार बनने में कोड़ा की भूमिका रही और सरकार गिराने में भी। इसके बाद जो हुआ, उसका पूरा देश गवाह बना। देश में पहली बार कोई अकेला विधायक मुख्यमंत्री बनने में सफल रहा। 6 जनवरी 1971 को जन्मे मधु कोड़ा ने 18 सितंबर 2006 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। 35 वर्ष की उम्र में मुख्यमंत्री बननेवाले वे झारखंड के पहले विधायक थे। यह भी अपनेआप में एक रिकॉर्ड है। उनसे उम्र में लगभग चार साल छोटे हेमंत सोरेन कोड़ा के सीएम बनने के आठ साल बाद बने। मधु कोड़ा के अलावा झारखंड के कई नेता और विधायक जेल गए हैं लेकिन सीएम के तौर पर किए गए अपराध के लिए जेल जानेवाले पहले व्यक्ति का खिताब भी कोड़ा के पास है। उन्हें कोल ब्लॉक के अवैध आवंटन मामले में सजा सुनाई गई है। इसके अलावा आय से अधिक संपत्ति के मामले में भी उन्हें जेल भेजा गया था। सजा पाने के बाद चुनाव लड़ने से डिबार होनेवाले वे पहले पूर्व मुख्यमंत्री बने। मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा फिलहाल चाईबासा लोकसभा से सांसद हैं।
