
रांची से अशोक कुमार की रिपोर्ट
रांची: अभी लोकसभा चुनाव में कराररीी हार से महागठबंधन उभर भी नहीं पाया था कि झामुमो ने विधानसभा की 81 सीटों में से 41 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने के संकेत देकर महागठबंधन की गांठें सुलझााने के बजाय उलझा दी है। झामुमो खुद अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा पाने का दावा करते हुए महागठबंधन में 41 सीटों पर चुनाव लड़ने की दावेदारी कर दी है जिससे महागठबंधन के अन्य दल उलझन में आ गये हैं। झामुमो राज्य की 41 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगा। यह जानकारी पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दी। वे पार्टी विधायक दल की बैठक के बाद मीडिया से बात कर रहे थे? उन्होंने कहा कि यह पार्टी के विधायकों के भी राय है। हमंत ने कहा कि झामुमो विधायक सरकार बनाने लायक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। इस पर गठबंधन के घटक दलों से चर्चा होगी। महागठबंधन में चुनाव लड़ना पार्टी की प्राथमिकता है। महागठबंधन के घटक दलों से बंद लिफाफे में दावेदारी वाली सीटों को बताने के लिए कहा गया है। वाम दलों से भी बात चल रही है। झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले झामुमो मोरहाबादी मैदान में बड़ी रैली करेगा। बाकी विपक्षी दलों से भी रैली में आने की अपील की जाएगी। बैठक में 19 विधायकों में से 14 ही शामिल हो पाए। जयप्रकाश भाई पटेल को पहले से निलंबित हैं। चार विधायक साइमन मरांडी, सीता सोरेन, चमरा लिंडा और सीमा देवी ने बैठक में हिस्सा नहीं लिया। हेमंत ने कहा कि प्रदेश के सभी 24 जिलों में झामुमो संघर्ष यात्रा करेगा। इसके जरिए मुख्यमंत्री के अहंकार से सूबे को हो रहे नुकसान से लोगों को अवगत कराया जाएगा। मुख्यमंत्री रघुवर दास को हेमंत सोरेन ने अहंकारी बाते हुए उनको झारखंड से निकालकर छत्तीसगढ़ पहुंचाना ही अपना लक्ष्य करार दिया है।
