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मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
रांची : 1 करोड़ 30 लाख 1 करेड़ 30 लाख की ठगी के आरोप में डोरंडा थाना क्षेत्र की पुलिस ने बिहार के गया से शुक्रवार की रात कोयला कारोबारी जयदेव चटर्जी को गिरफ्तार किया है। उसे रांची लाने के बाद पुलिस उससे लगातार पूछताछ कर रही है। इस मामले में जयदेव चटर्जी के अलावा उसकी पत्नी सुकन्या मां मंजुला देवी और पीके श्रीवास्तव के नाम शामिल हैं। सभी रांची के रहने वाले हैं। जयदेव डोरंडा थाना क्षेत्र के नॉर्थ ऑफिस पाड़ा का रहनेवाला है । चारों के खिलाफ अनुसंधान में पुलिस ने आरोप सही पाया है। मामले में हटिया डीएसपी राजा मित्रा ने आरोपियों की गिरफ्तारी का आदेश दिया था । इसके अनुसंधान सब इंस्पेक्टर डेविड मिंज हैं। आरोपियों के फरार रहने की स्थिति में उनके खिलाफ कुर्की जब्ती की कार्रवाई करने को कहा गया था । महिला ने जयदेव के जिस अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए थे पुलिस ने उसको फ्रीज कर दिया है । मोनू घोष की शिकायत पर बुलंदा थाना क्षेत्र में केस दर्ज किया गया था।
मामले में हरियाणा के गुरुग्राम निवासी महिला मीनू घोष की शिकायत पर डोरंडा थाने में 18 जुलाई 2022 को केस दर्ज किया गया था । प्राथमिकी में महिला ने कहा था कि फरवरी 2019 में डोरंडा थाना क्षेत्र के नॉर्थ ऑफिस परा निवासी जयदेव चटर्जी पिता समीर चटर्जी और पीके श्रीवास्तव एक साथ मेरे घर आए थे ।इन लोगों ने कोयले के व्यापार में उनके साथ निवेश करने और पार्टनर बनाने का प्रस्ताव दिया। इसके बाद मोनू घोष ने सहमति प्रदान कर दी । फिर इंडियन ओवरसीज बैंक के खाते से 18 मार्च 2019 से 25 मार्च 2019 तक कुल 1 करोड़ 30 लाख रूपए आरटीजीएस के माध्यम से जयदेव चटर्जी के खाते के अलावा उनके फार्म इंसा डेवलपर के खाते में ट्रांसफर किए गए । उस पैसे की अदायगी की गारंटी जयदेव चटर्जी के साथ ही उसकी पत्नी सुकन्या और मां मंजूलिका ने भी उन्हें दी थी। कहा था कि समय पर उनके मुनाफा और मूल रकम लौटाई जाएंगे। लेकिन डेढ़ वर्ष से ज्यादा बीत जाने के बाद भी एक पैसा नहीं देने पर उन्होंने जयदेव से पैसा वापस करने को कहा । इसके बाद उसने पैसे देने से साफ मना कर दिया फिर उसके वादा याद दिलाने पर जयदेव ने उन्हें तीन अलग-अलग संपत्ति का पावर ऑफ अटॉर्नी जून 2021 में उनके नाम कर दिया । इसका पंजीकरण रांची रजिस्ट्री कार्यालय में कराया इसके साथ ही कहा कि उक्त संपत्ति 3 करोड़ की है जिसे बेच कर हम तुम्हारा सारा पैसा ब्याज सहित वापस लौटा देंगे । संपत्ति की बिक्री मीनू घोष को बताकर की जाएगी। लेकिन समय पर संपत्ति बेचकर पैसा नहीं देने पर मीनू घोष ने जब जयदेव चटर्जी से पैसा वापस लौटाने को कहा तो वह गाली गलौज और धमकी देने लगा। बार-बार पुलिस को गुहार लगाने के साथ ही अरेस्ट वारंट निकलने के बाद भी जयदेव चटर्जी नहीं किया जा सका। लेकिन काफी दबाव के कारण पुलिस ने बिहार के गया से जयदेव चटर्जी को गिरफ्तार करने में सफल हुई। फिलहाल जयदेव चटर्जी से पुछताछ कर पुलिस मामले में और लोगों की सहभागिता का भी पता लगा रही है।
