मुखर संवाद के लिये अशोक कुमार की रिपोर्टः-
रांची: मुखर संवाद की खबर पर एक बार फिर मुहर लगी है। रांची की हिन्दपीढ़ी अब प्रशासन के काबू के बाहर आने की भी खबरें आने लगी हैं। हिन्दपीढी इलाके के रहनेवाले लोगों के बाहर आने की खबरें आने के बाद प्रशासन पूरी तरह से चैकन्ना हो गया है। झारखंड राज्य में कोरोना संक्रमण के अब तक सर्वाधिक मामले हिंदपीढ़ी क्षेत्र से ही हैं। यहां से लगातार रोजाना नए मामले सामने आ रहे हैं। कोरोना के बढ़ते मामले के बावजूद हिंदपीढ़ी में रोजाना लॉकडाउन का उल्लंघन हो रहा है। हालात पर काबू पाने के लिए प्रशासन ने गृह विभाग से रैफ जवानों की मांग की है ताकि समय रहते इस पर नियंत्रण कर लिया जाए। हिंदपीढ़ी में कोरोना वायरस के संक्रमण के लगातार मिल रहे मामले ने राज्य सरकार की चिंता बढ़ा दी है। अब इस क्षेत्र से संक्रमित होने वाले मरीज दूसरी जगहों पर मिलने लगे हैं। पब्लिक हेल्थ सर्विलांस टास्क फोर्स ने इसपर चिंता जताते हुए हिंदपीढ़ी के कंटेनमेंट एरिया की समीक्षा करने का आदेश रांची जिला प्रशासन को दिया है। वहीं, टास्क फोर्स इस क्षेत्र में संक्रमण के विस्तार को रोकने के लिए सर्वेक्षण कराकर बफर जोन को बढ़ाने पर विचार करने को कहा है। साथ ही, वहां अधिक से अधिक जांच कराने को कहा है। कंटेनमेंट में तीन किलोमीटर तथा बफर जोन में सात किलोमीटर का दायरा आता है। लेकिन यहां अधिक मरीज के कारण इसका इन दोनों क्षेत्रों का दायरा बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। दरअसल, हिंदपीढ़ी के अगल-बगल की जगहों पर भी कोरोनो के संक्रमित मरीज मिले हैं। संभावना यह भी जताई जा रही है कि वहां के कुछ लोगों का आवागमन आसपास के क्षेत्रों में भी हुआ है। बता दें कि राज्य में कोरोना के आधे से अधिक मामले हिंदपीढ़ी से मिले हैं। वहीं, यहां से संक्रमित होकर कई मरीज दूसरी जगहों पर चले गए थे, जिनकी पहचान हुई है। इसी संकट के कारण हिन्दपीढ़ी के रहनेवाले लोगों को बेहद संयमित ढ़ंग से रहने की नसीहत लागातार प्रशासन दे रहा है।
