
मुखर संवाद के लिये अशोक कुमार की रिपोर्टः-
रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अब राजनीति के माहिर खिलाड़ी हो चुके हैं। सहयोगी दल कांग्रेस और राजद को चुप कराने के लिये हेमंत सोरेन ने मंत्रिमंडल विस्तार करने का फैसला कर नहले पर दहला फेंक दिया है। राजभवन में थोड़ी देर बाद ही राज्यपाल द्रौपदी मूर्मू ज्ञवर्गीय हाजी हुसैन अंसारी के पुत्र हफीजुुल हसन को मंत्री पद की शपथ दिलायेंगी। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू दोपहर 12 बजकर 15 मिनट में राजभवन में उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी। राजभवन ने मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी की पुष्टि की है। दिवगंत मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के पुत्र हफीजुल हसन मंत्री पद की शपथ लगें। फिलहाल वे अभी विधायक नहीं हैं। यदि वे शपथ लेते हैं तो उन्हें छह माह के भीतर विधानसभा का सदस्य बनना होगा। हाजी हुसैन अंसारी के निधन होने के बाद जहां मंत्री का एक पद रिक्त हो गया था, वहीं मधुपुर विधानसभा सीट भी रिक्त हो गई है।झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार की कैबिनेट का शुक्रवार को दूसरा विस्तार होगा। पूर्व मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के बेटे हफीजुल हसन मंत्री पद की शपथ लेंगे। मुख्यमंत्री की अनुशंसा पर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें शपथ दिलाने के प्रस्ताव पर मंजूरी दे दी है। शपथ ग्रहण समारोह दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर राजभवन के बिरसा मंडप में होगा। राज्य में 15 साल के बाद ऐसा हो रहा है जब बिना विधायिकी जीते हफीजुल हसन मंत्री बन रहे हैं।
इसके पूर्व 2006 में मधु कोड़ा सरकार में भानु प्रताप शाही के पिता हेमेंद्र प्रताप देहाती को बिना चुनाव लड़े ही मंत्री बनाया गया था। 29 दिसंबर 2019 को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ कांग्रेस के दो और राजद के एक मंत्री ने शपथ ली थी। इसके बाद 28 जनवरी 2020 को पहला मंत्रिमंडल विस्तार हुआ। इसमें झामुमो के 5 और कांग्रेस के 2 मंत्रियों ने शपथ ली थी। गौरतलब है कि मधुपुर सीट से विधायक और तत्कालीन अल्पसंख्यक मंत्री हाजी हुसैन अंसारी का पिछले साल तीन अक्टूबर को निधन हो गया था। इसके बाद से ही मधुपुर विधानसभा सीट खाली है।अप्रैल तक मधुपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराने जाने की अनिवार्यता है। इस सीट को लेकर राजद की ओर से मांग उठने लगी थी। हाजी हुसैन अंसारी के निधन के बाद झामुमो हाईकमान ने उनके परिवार को मधुपुर से टिकट देने का भरोसा दिया था। अब हफीजुल हसन को मंत्री बनाकर यह संकेत भी दे दिया है कि मधुपुर से झामुमो की टिकट पर हफीजुल हसन ही चुनाव लड़ेंगे। इससे उन्हें यह फायदा होगा कि वह मंत्री के रूप में चुनाव लड़ेंगे। उन्हें सहानुभूति के साथ-साथ पावर का भी फायदा मिलेगा।अप्रैल तक मधुपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराने जाने की अनिवार्यता है। इस सीट को लेकर राजद की ओर से मांग उठने लगी थी। हाजी हुसैन अंसारी के निधन के बाद झामुमो हाईकमान ने उनके परिवार को मधुपुर से टिकट देने का भरोसा दिया था। अब हफीजुल हसन को मंत्री बनाकर यह संकेत भी दे दिया है कि मधुपुर से झामुमो की टिकट पर हफीजुल हसन ही चुनाव लड़ेंगे। इससे उन्हें यह फायदा होगा कि वह मंत्री के रूप में चुनाव लड़ेंगे। उन्हें सहानुभूति के साथ-साथ पावर का भी फायदा मिलेगा। मधुपर विधानसभा का उपचुनाव पश्चिम बंगाल के साथ अप्रैल महीने में होना तय है।
