
रांची से विशु विशाल की रिपोर्ट:-
रांची: झारखंड विकास मोर्चा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी भले ही भाजपा में जाकर अपना वनवास समाप्त कर लें लेकिन बाबूलाल के दो सिपहसलार प्रदीप यादव और बंधू तिर्की के भाजपा में जाने को लेकर काफी संशय की स्थिति है। बाबूलाल मरांडी लगभग अपना झारखंड विकास मोर्चा का विलय करने की सहमति अपने आप में बना ली है। लेकिन दो विधायकों जिनका जनाधार है और वो भाजपा के खिलाफ खुलकर अपना पक्ष रखते रहे हैं। उनमंे भाजपा को लेकर आज भी नाराजगी देखी जा रही है। झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी के भाजपा में जाने की संभावना हैं। साथ ही पार्टी के हाल में उनके साथ जीतकर विधानसभा पहुंचे पोडैयाहाट विधायक प्रदीप यादव व बंधु तिर्की के पार्टी में शामिल होने न होने को लेकर तरह-तरह की चर्चा है। विधायक प्रदीप ने पोड़ैयाहाट स्थित अपने आवास पर इन अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि उनका भाजपा में जाने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता है ! उन्होंने कहा कि विगत दस साल की मेरी राजनीतिक यात्रा देखी जाए तो कोई भी सहसा पता कर सकता है मैैं इस दौरान झारखंड के आदिवासी, दलित, अल्पसंख्यकों व पिछड़ों के हित को लेकर लड़ाई लड़ता रहा हूं। विगत दस वर्षों में भाजपा ने इन समुदायों की अनदेखी कर इनके अहित में कई काम किए हैैं। हर मौके पर इनके हक अधिकार को छीनने की कोशिश की गई है। इसलिए मेरा जैसा व्यक्ति भाजपा में जाएगा यह सवाल ही पैदा नहीं होता है। इस दौरान उन्होंने कहा कि हो सकता है कि झारखंड विकास मोर्चा का कदम उस ओर हो और झाविमो के अधिकांश नेता मुखातिब भी हैं। पर व्यक्तिगत तौर पर मेरी भाजपा या कांग्रेस के किसी भी नेता से बातचीत नहीं हुई है। मैं जहां हूं, वहीं रहूंगा। इस दौरान बाबूलाल मरांडी के भाजपा में जाने के कयासों पर उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी राज्य के शीर्ष नेता हैं। मैं उन्हें अपना एक आदर्श के रूप में मानता हूं लेकिन उनके बारे में बहुत कुछ नहीं कह सकता। सूत्रों के अनुसार , प्रदीप यादव अपने राजनीतिक कयासों को लेकर 16 जनवरी को कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं।
