
शाहजहांपुरः अन्ततः केन्द्र की मोदी सरकार और उत्तरप्रदेश की योगी सरकार पर बढ़ता जनदबाव के आगे सरकार को झुकना ही पड़ा । उत्तर प्रदेश के लॉ कॉलेज की छात्रा के यौन शोषण के मामले में एसआईटी ने पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री और भाजपा नेता चिन्मयानंद को गिरफ्तार कर लिया। इसके लिए टीम शुक्रवार सुबह उनके आश्रम पहुंची थी। यहां से चिन्मयानंद की गिरफ्तारी हुई। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एसआईटी इस मामले की जांच कर रही है। पिछले दिनों पीड़िता ने एक पैन ड्राइव में सबूत जांच अधिकारियों को सौंपे थे। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, एसआईटी चिन्मयानंद को मेडिकल जांच के लिए जिला अस्पताल ले गई है। इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। चिन्मयानंद तबीयत बिगड़ने पर बुधवार रात शाहजहांपुर के एक अस्पताल में भर्ती हुए थे। इससे पहले छात्रा बुधवार को पिता और भाई के साथ हाईकोर्ट पहुंची थी। पीड़िता ने पूरे मामले में एसआईटी पर लापरवाही का आरोप लगाया था। उसने कहा था, श्श्हमें जांच पर भरोसा नहीं है, क्योंकि सोमवार को मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज होने के बाद भी एसआईटी कुछ नहीं बता रही है। अगर चिन्मयानंद की गिरफ्तारी नहीं हुई तो खुद को आग लगाकर जान दे दूंगी। चिन्मयानंद जेल जाने के डर से बीमारी का बहाना बना रहे हैं। स्वामी सुखदेवानंद विधि महाविद्यालय में एलएलएम की छात्रा ने 24 अगस्त को एक वीडियो पोस्ट किया था। इसमें उसने कहा था कि एक संन्यासी ने कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर दी है और उसे और उसके परिवार को इस संन्यासी से जान का खतरा है। उसके बाद लड़की के पिता ने चिन्मयानंद के खिलाफ दुष्कर्म और शारीरिक शोषण की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया था। इसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा था। इससे पहले स्वामी चिन्मयानंद ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गठित एसआईटी पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर रही है और उन्हें उस पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ साजिश हो रही है और एसआईटी की जांच के बाद सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। गुरुवार दोपहर मेडिकल कालेज की पीआरओ डा. पूजा पांडेय ने मीडिया को स्वामी चिन्मयानंद की तबीयत के बारे में जानकारी दी थी। उन्होंने बताया कि स्वामी चिन्मयानंद का गुरुवार को पेट का अल्ट्रासाउंड कराया गया है। उन्हें हाइपर टेंशन है, बीपी की दिक्कत है। साथ ही लूज मोशन के कारण कमजोरी हो गई है। उन्होंने कहा था कि उनकी दशा बहुत स्थिर नहीं है।
